What is One Nation One Charger?: माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2022 में ‘एक देश, एक चार्जर’ अभियान की शुरुआत करने का ऐलान किया था। यह पहल भारत में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में चार्जिंग स्टैंडर्ड को सामान्य और स्थायी बनाने का प्रयास है। इस पहल के अंतर्गत, सभी स्मार्टफोन्स, टैबलेट्स, और लैपटॉप्स के लिए एक ही चार्जिंग पोर्ट का निर्धारण किया जाएगा।
यूरोपीय यूनियन के नियम की प्रेरणा
यूरोपीय यूनियन ने भी 2022 में एक समान चार्जिंग पोर्ट के नियम को मंजूरी दी थी। यह निर्णय उनकी प्रेरणा बना और वे इसे इस समय से लागू कर रहे हैं। ऐपल जैसी कंपनियों ने इस नियम के विरोध में अपनी आपत्ति जाहिर की, परंतु इस परिवर्तन को अंततः स्वीकार करना पड़ा।
आधुनिक और तकनीकी सुधार
टाइप-सी चार्जिंग पोर्ट के अभ्यास के बाद भी iPhone उपयोगकर्ताओं को दूसरे ब्रांड के चार्जर से चार्ज करते समय गर्म होने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसे लेकर भी तकनीकी सुधार की आवश्यकता है, ताकि इसमें सुधार किया जा सके।
भारतीय प्रतिनिधि सभा में प्रस्ताव
भारतीय सरकार ने समान चार्जिंग पोर्ट के लिए नए नियम के प्रस्ताव को लेकर गहरी चर्चा की है। मंत्रालय ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने इसे स्वीकृति के लिए तैयार किया है, जिससे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के चार्जिंग की प्रक्रिया में आसानी हो सके।
एक ही चार्जर, एक ही नियम
यह पहल वास्तविकता में ई-वेस्ट को कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। एक ही चार्जर के उपयोग से इलेक्ट्रॉनिक सामग्री के प्रबंधन में अधिक समर्थन और स्थायीकरण हो सकता है। भारत में भी यह पहल शीघ्र लागू हो सकती है, जो उपयोगकर्ताओं को सुविधा और संरचना में सुधार प्रदान कर सकती है।