Vande Bharat waiters detained over unpaid rent in Patna: पटना-लखनऊ वंदे भारत एक्सप्रेस के छह वेटरों को किराया न चुकाने के कारण मकान मालिक ने बंधक बना लिया। यह घटना पटना के कोतवाली थाना क्षेत्र के गोरियाटोली मोहल्ले की है। वेटरों ने शिकायत की कि अंबुजा कंपनी का कैटरिंग ठेका समाप्त होने के बाद उनके बाकी साथी बिना बताए चले गए थे।
मकान मालिक ने 68 हजार रुपये के बकाया का दावा किया
मकान मालिक के बेटे रोहित ने पुलिस को बताया कि वेटरों पर 68 हजार रुपये का किराया बकाया था। कैटरिंग मैनेजर सुमित यादव ने गोरियाटोली स्थित मुन्ना यादव के मकान में वेटरों को ठहराया था, लेकिन मैनेजर ने किराया नहीं चुकाया और अब फोन भी नहीं उठा रहे हैं। इस कारण मकान मालिक ने कमरों में ताला लगा दिया और वेटरों पर बकाया राशि भरने का दबाव बनाया।
पुलिस की भूमिका और दोनों पक्षों का समझौता
वेटरों की शिकायत पर डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को कोतवाली थाने ले गई। थानेदार राजन कुमार के अनुसार, दोनों पक्षों ने आपस में समझौता कर लेने की बात कही और चले गए।
कैटरिंग ठेका समाप्त होने के बाद वेटरों की स्थिति
बताया जाता है कि बेगूसराय निवासी नीतीश कुमार, नेपाली के बैतड़ी पाटन निवासी हरीश पंत, कानपुर निवासी रोहित शुक्ल, शुभम पांडेय और दिनकर वंदे भारत की कैटरिंग सेवा में वेटर का काम करते थे। 17 जुलाई को अंबुजा कंपनी का कैटरिंग ठेका समाप्त हो गया, जिसके बाद उनके साथी बिना बताए चले गए।
घटना का निष्कर्ष
पटना में वंदे भारत एक्सप्रेस के वेटरों को किराया न चुकाने के कारण बंधक बनाना और उनका सामान जब्त करना गंभीर घटना है। हालांकि, पुलिस की तत्परता और दोनों पक्षों के बीच समझौता होने से मामला सुलझ गया। इस घटना ने वेटरों की असुरक्षित स्थिति और कैटरिंग ठेकेदार की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं।