रिलेशनशिप के लिए शक जहर के जैसा है। यह प्यार और विश्वास को धीरे-धीरे खत्म कर देता है, और आखिर में रिश्ते को तोड़ भी सकता है।
शक के कारण:
- इन्सेक्युरिटी: जब हम अपने आप को लेकर इनसेक्योर होते हैं, तो हमें लगता है कि हमारा पार्टनर हमें छोड़ देगा या किसी और के साथ चला जाएगा। यह डर शक को पैदा करता है।
- पास्ट: अगर हमें पहले किसी रिश्ते में धोखा मिला है, तो हमें नए रिश्ते में भी शक होने की संभावना ज्यादा होती है।
- खराब बात चीत: अगर हम अपने पार्टनर से खुलकर बात नहीं करते हैं, तो गलतफहमियां और शक पैदा हो सकता है।
शक से बचने के तरीके:
- खुद पर विश्वास: अपने आप पर विश्वास रखें और अपनी काबिलियत को पहचानें।
- अतीत को भूलें: अतीत के बुरे अनुभवों को अभी के समय में न लाएं।
- बात करें: अपने पार्टनर से खुलकर बात करें और अपनी भावनाओं को सामने रखें।
- विश्वास करें: अपने पार्टनर पर विश्वास रखें और उसे धोखा देने का आरोप लगाने से पहले सबूत ढूंढें।
- धैर्य रखें: अगर आपके पार्टनर का व्यवहार कुछ समय के लिए बदला हुआ है, तो धैर्य रखें और उससे बात करने की कोशिश करें।
शक से निपटने के तरीके:
- शांत रहें: जब आपको शक हो, तो शांत रहने की कोशिश करें और गुस्सा या परेशान न हों।
- बातचीत करें: अपने साथी से शांत और खुले मन से बात करें।
- सुनें: अपने साथी की बातों को ध्यान से सुनें और उनकी बात समझने की कोशिश करें।
- समझौता करें: यदि आपको लगता है कि आपका साथी गलत है, तो उसे समझाने की कोशिश करें और एक समझौता करें।
शक से बचने और उससे निपटने के लिए सबसे जरूरी बात है खुले तौर पर बात करना और विश्वास। अगर आप अपने पार्टनर से खुलकर बात करेंगे और उस पर विश्वास रखेंगे, तो आपके रिश्ते में शक के लिए कोई जगह नहीं होगी।
यह भी याद रखें कि हर किसी का व्यवहार अलग होता है। अगर आपके पार्टनर का व्यवहार कुछ समय के लिए बदला हुआ है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि वह आपको धोखा दे रहा है। हो सकता है कि वह किसी और दिक्कत से जूझ रहा हो।
अगर आपको लगता है कि आप शक से अकेले नहीं निपट सकते, तो आप किसी सायकायट्रिस्ट या रिलेशनशिप काउंसिलर से भी सलाह ले सकते हैं।