पिछले दो हफ्तों में विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) लगातार कम हो रहा था, लेकिन अब इसमें अचानक उछाल आया है। 23 फरवरी 2024 वाले हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 2.97 अरब डॉलर का इजाफा देखने को मिला है।
अब कितना है विदेशी मुद्रा भंडार?
इस बढ़ोतरी के बाद विदेशी मुद्रा भंडार 619.07 अरब डॉलर हो गया है, जो कि पिछले हफ्ते 616.09 अरब डॉलर था।
क्यों बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार?
इसका कोई एक कारण बताना मुश्किल है, लेकिन कुछ पॉसिबिलिटीज हैं:
- रुपया हुआ मजबूत: हो सकता है कि विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया मजबूत हो गया हो, जिससे RBI को ज्यादा डॉलर खरीदने की जरूरत नहीं पड़ी और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ गया।
- विदेशी निवेश बढ़ा: विदेशी कंपनियों ने भारत में ज्यादा इन्वेस्टमेंट किया होगा, जिससे डॉलर देश में आया और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ गया।
- सरकार ने लिया लोन: हो सकता है कि सरकार ने विदेशी मुद्रा में लोन लिया हो, जिससे डॉलर आया और विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ गया।
क्या है फायदा?
विदेशी मुद्रा भंडार ज्यादा होना देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा होता है। इससे कई फायदे होते हैं, जैसे:
- जरूरी सामान खरीदने में मदद: विदेश से जरूरी चीज़ें मंगाने के लिए डॉलर की जरूरत होती है, तो विदेशी मुद्रा भंडार से ही पेमेंट किया जाता है।
- रुपये की वैल्यू बचाए: अगर विदेशी मुद्रा भंडार ज्यादा है, तो RBI रुपये की वैल्यू बनाए रखने में सक्षम होता है।
- खराब वक्त में संभाल: मुश्किल हालात में, जैसे आर्थिक संकट के वक्त, विदेशी मुद्रा भंडार देश को संभालने में मदद करता है।
तो ये अच्छी खबर है!
विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ना अच्छी खबर है। इससे पता चलता है कि देश की अर्थव्यवस्था मजबूत है और वो अपनी जरूरतें पूरी करने में सक्षम है।