Hybrid Cars : हाइब्रिड गाड़ियाँ पेट्रोल और इलेक्ट्रिक मोटर के कॉम्बिनेशन से चलती हैं, जिससे ईंधन की बचत होती है और पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़ता है। इन गाड़ियों में बैटरी ऑटोमेटिक रूप से चार्ज होती है, जिससे चार्जिंग का झंझट नहीं होता। भारत में मारुति, होंडा और टोयोटा जैसी कंपनियाँ स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड कार बेचती हैं, जिन्हें जनता ने अपनाना शुरू कर दिया है।
हाइब्रिड कार के फायदे:
1. माइलेज: हाइब्रिड कारें बेहतर माइलेज देती हैं, जिससे पेट्रोल की खपत कम होती है।
2. पर्यावरण: ये गाड़ियाँ कम प्रदूषण करती हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान नहीं होता।
3. चार्जिंग: इलेक्ट्रिक कारों की तरह इन्हें चार्ज करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि बैटरी इंजन द्वारा ऑटोमेटिकली चार्ज होती है।
4. लागत: खरीदते वक्त ये महंगी लग सकती हैं, लेकिन लंबे समय में ये फ्यूल की बचत और कम सर्विसिंग खर्च के कारण सस्ती पड़ती हैं।
भारत में हाइब्रिड कारों की लोकप्रियता:
मारुति सुजुकी ग्रैंड विटारा, टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस और होंडा सिटी ईएचईवी जैसी कारें काफी लोकप्रिय हो रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, टोयोटा इनोवा हाइक्रॉस की सबसे ज्यादा बिक्री हुई है।
हाइब्रिड कारों के प्रकार:
1. स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड: इनकी बैटरी क्षमता ज्यादा होती है और ये पेट्रोल और बैटरी दोनों पर अच्छी तरह चलती हैं।
2. माइल्ड हाइब्रिड: इनमें बैटरी छोटी होती है और ये सिर्फ बैटरी पर नहीं चल पातीं।
3. प्लग-इन हाइब्रिड: इन्हें प्लग इन करके चार्ज किया जा सकता है, लेकिन फिलहाल ये भारत में उपलब्ध नहीं हैं।
हाइब्रिड कारें डीकार्बोनाइजेशन के लिहाज से बेहतर मानी जाती हैं, क्योंकि ये कार्बन डाइऑक्साइड कम उत्सर्जित करती हैं और पेट्रोल की बचत करती हैं। इस प्रकार, हाइब्रिड कारें भारतीय बाजार में एक बेहतर विकल्प साबित हो रही हैं।