Success Story: भारत में संभावनाओं की कमी नहीं है । यहां के लोगों में टैलेंट कूट-कूट कर भरा है। एक ऐसा ही कारनामा कर दिखाया है भोपाल के संजीव शर्मा ने, जिन्होंने अपनी मेहनत की दम पर बिना ड्राइवर की चलने वाली गाड़ी तैयार कर दी है।
9 साल की कड़ी मेहनत से बनाया बिना ड्राइवर वाली कार
आपको बता दें कि संजीव शर्मा ने IIT Roorkee से 2011 में पास आउट होकर कनाडा से मास्टर किया फिर इजराइल से रिसर्च करने के बाद वह वापस भारत आ गए। भोपाल आकर उन्होंने सॉफ्टवेयर बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि 2015 में भारत आने के बाद उन्होंने अपनी कंपनी रजिस्टर करके इस प्रोजेक्ट पर रिसर्च शुरू कर दिया और करीब 9 साल की मेहनत के बाद ऐसा सॉफ्टवेयर बना कर तैयार कर लिया। जिससे बिना ड्राइवर के किसी भी गाड़ी को चलाया जा सकता है ।
महिंद्रा बोलेरो को बनाया ड्राइवर लेस कार
संजीव शर्मा ने अपने सॉफ्टवेयर से महिंद्रा की बोलेरो को बिना ड्राइवर चलने वाली कर में कन्वर्ट किया है और अब तक इस कार ने 50000 किलोमीटर चलने का रिकॉर्ड भी कायम किया है । इस ट्रायल रन के दौरान कभी भी गाड़ी में कोई दिक्कत नहीं आई है ना ही एक्सीडेंट हुआ है। इस गाड़ी में कैमरा और जीपीएस सहित कई डिवाइस लगाए गए हैं। जिसके द्वारा यह गाड़ी अपने रास्ते में आने वाले किसी भी रुकावट को सेंस कर लेती है एवं अपना रास्ता बदल लेती है। इसके साथ ही गाड़ी अपने रास्ते में आने वाले उन चीजों की स्पीड और लोकेशन भी सेंस कर लेती है।