KFC CONTROVERSY HAZARDOUS SYNTHETIC MAGNESIUM SILICATE USED IN FOOD PREPARATION: मैग्नीशियम सिलिकेट सिंथेटिक एक प्रयोगशाला में निर्मित खनिज पदार्थ है, जो सफेद, गंधहीन, बारीक पाउडर के रूप में होता है। यह पानी को सोखने और एंटासिड गुणों के कारण दवाओं, ब्यूटी प्रोडक्ट्स, और खाद्य पदार्थों में एंटी-केकिंग एजेंट के रूप में उपयोग किया जाता है। हालांकि, इसके अति प्रयोग या गलत तरीके से उपयोग से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं।

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त्वचा और आंखों पर प्रभाव

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मैग्नीशियम सिलिकेट के सीधे संपर्क में आने से त्वचा में जलन हो सकती है, जिससे लालिमा, खुजली या डर्मेटाइटिस (त्वचा रोग) हो सकता है। यदि यह आंखों में चला जाए, तो जलन, लालिमा और आंसू आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इस रसायन के संपर्क से बचने के लिए उचित सावधानी बरतनी चाहिए।

आंतरिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

बहुत अधिक मात्रा में मैग्नीशियम सिलिकेट खाने पर पेट और आंतों में तकलीफ हो सकती है, जिसमें मितली, उल्टी, कब्ज, हाइपरमैग्नेसीमिया (खून में मैग्नीशियम का स्तर बढ़ जाना) और दस्त शामिल हैं। विशेष रूप से एसिडिटी दवाओं में इसके अत्यधिक उपयोग से गंभीर लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे कि कब्ज और दस्त।

श्वसन समस्याएं

मैग्नीशियम सिलिकेट सिंथेटिक को सांस के जरिए अंदर लेने से श्वसन मार्ग में जलन हो सकती है, जिससे खांसी, गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इस रसायन के पाउडर को हवा में फैलने से रोकने के लिए उचित सुरक्षा उपाय अपनाने आवश्यक हैं।

भारत में प्रतिबंध और हाल के मामले

भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने मैग्नीशियम सिलिकेट सिंथेटिक पर प्रतिबंध लगा रखा है। हाल ही में, तमिलनाडु के थूथुकुडि जिले में एक KFC आउटलेट में इस रसायन के उपयोग का मामला सामने आया, जहां इसे खाद्य तेल को शुद्ध करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। अधिकारियों ने रेस्टोरेंट का लाइसेंस टेम्पररी कैंसल कर दिया और बड़ी मात्रा में इस रसायन और पुराना खाना पकाने का तेल जब्त कर लिया। इसके अलावा, 56 किलो पहले से तैयार किया हुआ चिकन, जिसे 12 घंटे से अधिक समय से इस्तेमाल नहीं किया गया था, को भी जब्त कर के नष्ट कर दिया गया।

KFC का दावा और सुरक्षा मानदंड

KFC ने दावा किया है कि उनके यहां बनने वाली सभी चीजें FSSAI की गाइडलाइंस के अनुसार खाने के लिए पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हालांकि, इस मामले ने खाने-पीने की चीजों में मिलावट और खाद्य सुरक्षा के मानदंडों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

निष्कर्ष

मैग्नीशियम सिलिकेट सिंथेटिक का सीमित और सुरक्षित उपयोग संभव है, लेकिन इसका अति प्रयोग या गलत तरीके से उपयोग सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, इस रसायन के उपयोग में सावधानी बरतना और नियमों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। इस मामले ने खाद्य सुरक्षा के महत्व को फिर से उजागर किया है और उपभोक्ताओं को सचेत रहने की आवश्यकता पर जोर दिया है।