Bihar Railway : बिहार के मुंगेर जिले में रेलवे के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है। जमालपुर से मुंगेर तक रेल लाइन के दोहरीकरण और रतनपुर से मुंगेर वाई लेन पर दूसरी पटरी बिछाने की परियोजना का शुभारंभ हो चुका है। इस परियोजना पर 1890 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिससे बिहार के पांच जिलों को सीधा लाभ मिलेगा और रेलवे के राजस्व में भी वृद्धि होगी।

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रेलवे नेटवर्क को मिलेगा मजबूती

रेल लाइन के दोहरीकरण से जमालपुर और मुंगेर के बीच रेलवे यातायात और सुगम हो जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी, बल्कि गुड्स ट्रेनों का परिचालन भी बढ़ेगा। इससे रेलवे को राजस्व में अधिक प्राप्ति होगी, जो बिहार के रेल नेटवर्क को और मजबूत करेगा।

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गंगा नदी पर पुल निर्माण की उम्मीद

वर्तमान में मुंगेर जिले में गंगा नदी पर श्री कृष्ण सेतु पर सिंगल रेल लाइन गुजरती है। इस दोहरीकरण से अब इस पुल के समीप एक और पुल निर्माण की संभावनाएं बढ़ गई हैं। यह परियोजना अटल बिहारी वाजपेयी के शासनकाल में शुरू की गई थी, लेकिन तब से इसके दोहरीकरण की मांग उठती रही है। अब डीपीआर तैयार होने के बाद लोगों में इसकी उम्मीदें फिर से जाग उठी हैं।

डीपीआर और फाइनल लोकेशन सर्वे

मुंगेर में रेलवे लाइन के दोहरीकरण को लेकर फाइनल लोकेशन सर्वे कर लिया गया है और डीपीआर तैयार हो गया है। अब जल्द ही डबल लाइन के निर्माण कार्य को अंजाम दिया जाएगा। इससे यात्री और मालवाहक ट्रेनों की संख्या में बढ़ोतरी होगी, जिससे यात्रियों को विभिन्न प्रकार की सहूलियत मिलेगी।

सर्वेक्षण और टेक्नोलॉजी का उपयोग

जमालपुर-मुंगेर रेल लाइन के दोहरीकरण के काम के लिए सर्वे का कार्य 2 मार्च 2022 से ही आरंभ किया गया था। इसके तहत ड्रोन और फोटो ग्रामेट्री टेक्नोलॉजी का उपयोग कर एरियल सर्वे किया गया था। अब जाकर इसका डीपीआर बनाया गया है, जो परियोजना के लिए महत्वपूर्ण कदम है।

स्थानीय लोगों को होगा फायदा

जमालपुर के वाई लेन के दोहरीकरण काम संपन्न होने से भागलपुर से मुंगेर होते हुए खगड़िया और बेगूसराय जाने वाली ट्रेनों की संख्या में भी इजाफा होगा। इसका सीधा फायदा जमुई और बांका के लोगों को भी मिलेगा। ऐसे में अब लोगों में इस रेलखंड के दोहरीकरण की उम्मीद काफी तेज हो गई है। इस परियोजना से स्थानीय व्यापार और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।

क्षेत्रीय विकास की दिशा में बड़ा कदम

रेलवे की इस योजना से बिहार के पांच जिलों, विशेष रूप से मुंगेर, जमालपुर, भागलपुर, खगड़िया और बेगूसराय को सीधे-सीधे लाभ मिलेगा। इन जिलों में रेल यातायात बढ़ने से व्यापार और उद्योगों को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे।

पर्यावरण के लिए सतत विकास

रेल लाइन का दोहरीकरण और नई पटरियों का निर्माण पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। इससे ट्रेनों की गति और समय-सारणी में सुधार होगा, जिससे ईंधन की खपत कम होगी और प्रदूषण में कमी आएगी। साथ ही, यह परियोजना सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सरकार की प्रतिबद्धता

यह परियोजना केंद्र और राज्य सरकार की रेलवे नेटवर्क के विस्तार और सुधार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है। बिहार में रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, राज्य के विकास के लिए आवश्यक है। इस परियोजना से न केवल परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक विकास की गति भी तेज होगी।

भविष्य की योजनाएं

मुंगेर जिले में रेल लाइन के दोहरीकरण के साथ ही, भविष्य में और भी परियोजनाओं की योजना बनाई जा रही है। इसमें नई रेल लाइनों का निर्माण, मौजूदा लाइनों का आधुनिकीकरण और स्टेशनों का विकास शामिल है। यह सभी योजनाएं राज्य के लोगों के जीवन को सरल और सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से की जा रही हैं।

मुंगेर जिले में रेलवे लाइन के दोहरीकरण और नई पटरियों के निर्माण की यह परियोजना बिहार के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल रेलवे नेटवर्क को मजबूती मिलेगी, बल्कि स्थानीय लोगों को भी व्यापक लाभ मिलेगा। इस परियोजना से रेलवे का राजस्व बढ़ेगा और यात्री सेवाओं में सुधार होगा, जिससे बिहार की प्रगति को नई दिशा मिलेगी।