भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ISRO के चीफ़, एस सोमनाथ को चंद्रयान-3 मिशन के दौरान पेट के कैंसर का पता चला। यह उनके परिवार और शुभचिंतकों के लिए एक बड़ा झटका था। उन्होंने तुरंत इलाज करवाना शुरू कर दिया, जिसमें ऑपरेशन और कीमोथेरेपी शामिल थी।
पेट का कैंसर, जिसे गैस्ट्रिक कैंसर भी कहा जाता है, पेट की अंदरूनी परत में कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने से होता है। शुरुआत में, इसके कोई लक्षण नजर ना आने के कारण इसका पता लगाना मुश्किल हो सकता है।
पेट के कैंसर के कुछ शुरुआती लक्षणों पर ध्यान दें:
- लगातार उल्टी और जी मिचलाना
- पेट में सूजन
- सीने में दर्द और जलन
- भूख कम लगना
- बुखार
- पेट दर्द
- मल में खून आना
- दस्त और कब्ज
- शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी
यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। शुरुआती अवस्था में पेट का कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है।
कुछ अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- यह बीमारी पुरुषों में महिलाओं की तुलना में ज्यादा होती है।
- 50 साल से अधिक उम्र के लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है।
- धूम्रपान, मोटापा और ज्यादा शराब पीना इसके जोखिम कारक हो सकते हैं।
- डॉक्टर एंडोस्कोपी, बायोप्सी और सीटी स्कैन जैसे टेस्ट कर के इस बीमारी का पता लगा सकते हैं।
- इलाज के विकल्पों में ऑपरेशन, कीमोथेरेपी और रेडिएशन थेरेपी शामिल हैं।
इस बीमारी से बचने के लिए आप ये चीजें कर सकते हैं:
- धूम्रपान न करें।
- स्वस्थ वजन बनाए रखें।
- ज्यादा शराब पीने से बचें।
- फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार लें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
पेट का कैंसर एक गंभीर बीमारी जरूर है, लेकिन शुरुआती अवस्था में इसका इलाज किया जा सकता है। यदि आपको कोई लक्षण दिखाई दे, तो बिना देरी डॉक्टर से सलाह लें।