Insurance Fraud: आजकल के इस डिजिटल युग में फ्रॉड और जालसाजी काफी बढ़ता जा रहा है। एक ऐसा ही मामला बिहार से आ रहा है जहां साइबर अपराधियों ने बीमा कंपनी को 3.12 करोड़ की चपत लगा दी है । आइये जानते हैं इस घटना के बारे में विस्तार से:-

TATA AIG के रीजनल मैनेजर ने दर्ज कराया Insurance Fraud का केस

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बिहार सहित पूरे देश में साइबर अपराधियों ने टाटा एआईजी और अन्य कंपनियों की बीमा पॉलिसी जारी करके कंपनी को 3 करोड़ 12 लाख की चपत लगा दी है। इसलिए टाटा एआईजी के रीजनल मैनेजर शशि शेखर ने साइबर थाने में एक वेबसाइट मलिक के खिलाफ केस में दर्ज किया है।

उन्होंने बताया कि कंपनी की पोर्टल से करीब 6243 बीमा पॉलिसी जारी की है। इनमें कई व्यवसायिक, चार पहिया और भारी वाहन शामिल है। लेकिन सबकी श्रेणी में दो पहिया वाहन भर गया है, क्योंकि दोपहिया वाहनों की प्रीमियम बहुत ही कम होती है। इसलिए दोपहिया वाहनों के नाम पर बड़े वाहन की पॉलिसी कर दी गई है।

केवल बिहार से की गयी 1995 पालिसी

टाटा एआईजी और आदित्य बिरला इंश्योरेंस कंपनी के ऑनलाइन वेबसाइट का इस्तेमाल करके यह पॉलिसीयां जारी की गई है। जिनमें केवल बिहार से 1995 पॉलिसी हुई है। रीजनल मैनेजर ने यह कहा कि इस (Insurance Fraud) ठगी में किसी बड़े गिरोह के हाथ होने की संभावना है। क्योंकि पॉलिसी जारी करने के लिए पैन, आधार, RC, यूपीआई, ईमेल और मोबाइल नंबर की आवश्यकता होती है, इनके बिना बीमा नहीं हो सकता है।

Monika Pandey associated with Angika Times from 2024. She has 2 Yeras of Experience in Journalism. She writes Automobiles and Business News. She can be contacted on- [email protected]

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