Important steps in international cooperation: ट्रिपल आईटी भागलपुर के निदेशक डॉ. पीके जैन ने कहा कि समझौता ज्ञापन (एमओयू) सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस साझेदारी से छात्रों को जापान में मूल्यवान नौकरी के अवसर मिलेंगे।
व्यावसायिक कौशल और सांस्कृतिक तैयारी को बढ़ाना
इस पहल का उद्देश्य न केवल स्नातकों के व्यावसायिक कौशल और दक्षताओं को बढ़ाना है, बल्कि उन्हें जापानी बाजार के लिए सांस्कृतिक रूप से तैयार करना भी है। ह्यूमन रेसोसिया छात्रों को अनुबंध, वीजा, फ्लाइट टिकट, वेतन और सामाजिक सुरक्षा जैसी सुविधाएं प्रदान करेगी। प्रक्रिया के बाद भर्ती किए गए छात्रों के लिए जापानी भाषा के कार्यान्वयन विधि पर चर्चा की जाएगी।
हर साल 10 छात्रों की जापान में नियुक्ति
परियोजना के दायरे, अवधि और मोड़ के विवरण को भविष्य में अंतिम रूप दिया जाएगा। ह्यूमन रेसोसिया प्रत्येक वर्ष न्यूनतम 10 योग्य छात्रों की नियुक्ति जापान में कराएगी। इस साझेदारी का उद्देश्य छात्रों के कौशल और दक्षताओं को बढ़ाना और उन्हें जापानी आईटी बाजार के लिए तैयार करना है।
प्रमुख आईटी कंपनी के साथ सहयोग
जापान की प्रमुख आईटी कंपनी ह्यूमन रेसोसिया छात्रों और स्नातकों को भर्ती संबंधी ब्रीफिंग और साक्षात्कार का अवसर प्रदान करने में सहयोग करेगी। इस एमओयू के बाद ट्रिपल आईटी भागलपुर के आईटी स्नातकों को जापान में नौकरी के अवसरों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
शिक्षा और उद्योग को जोड़ने की महत्वपूर्ण कड़ी
यह एमओयू शिक्षा और उद्योग को जोड़ने की एक महत्वपूर्ण कड़ी होगी। ट्रिपल आईटी भागलपुर के दस छात्रों को प्रत्येक वर्ष जापान में नौकरी के अवसर मिलेंगे। समझौता ज्ञापन पर ट्रिपल आईटी के प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के सह-रजिस्ट्रार और संकाय प्रभारी डॉ. गौरव कुमार और ह्यूमन रेसोसिया जापान के महाप्रबंधक ताकेशी टोमिनेज ने हस्ताक्षर किए। इस समारोह के दौरान डॉ. धीरज सिन्हा, डॉ. हिमाद्रि नायक सहित सभी एसोसिएट डीन और विभागाध्यक्ष उपस्थित थे।
सोमवार को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रिपल आईटी) भागलपुर और जापान की कंपनी ह्यूमन रेसोसिया के बीच एमओयू साइन किया गया। यह समझौता शिक्षा और उद्योग को जोड़ने की एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकता है। इस करार के बाद ट्रिपल आईटी भागलपुर के छात्र आसानी से जापान में नौकरी पा सकते हैं। ह्यूमन रेसोसिया कंपनी हर साल कम से कम 10 छात्रों को अपने यहां नौकरी देगी।