बिहार: बिहार में गर्मी का कहर लगातार जारी है। जिलों का अधिकतम तापमान 44 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया है। और वही 6 जिलों में 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। और तो और बिहार के औरंगाबाद में पारा 48 डिग्री के पास पहुंच चुका है। जिसकी वजह से कई स्कूल के बच्चे बेहोश हो जा रहे हैं। इस बढ़ती गर्मी को देखने के बावजूद भी बिहार के किसी भी जिले के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट स्कूल को बंद करने का आदेश नहीं दे पा रहे।
जिसका मुख्य कारण शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के.के पाठक का आदेश है। जिसकी वजह से डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट भी किसी जिले के स्कूल बंद करने का आदेश न देकर सिर्फ हाथ पर हाथ रख कर देख रहे हैं।
बच्चे हो रहे बेहोश स्कूल क्यों नहीं हो रहे बंद
बिहार में भीषण गर्मी का कहर लगातार जारी है। जिसकी वजह से पूरे बिहार के सरकारी स्कूल के बच्चे लगातार बेहोश हो रहे हैं। यहां तक की इस गर्मी का असर वहां के शिक्षकों पर भी हो रहा हैं। आपको यह बता दे की गर्मी को देखते हुए स्कूल सुबह 6:00 से 1:30 तक संचालित किए जाते हैं। पर इसके बावजूदभी विद्यार्थी सहित शिक्षकों पर भी गर्मी का बुरा असर हो रहा है।
पहले तो गर्मी का कहर देखते ही बिहार के जिलों के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट इन स्कूलों को बंद करने का आदेश दे दिया करते थे। पर अब शिक्षा विभाग के आदेश की वजह से वह बंधे हुए हैं। इसी परेशानी को देखते हुए शिक्षक संघ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जल्द से जल्द इस मुद्दे पर कोई कदम उठाने की मांग की है।
सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेहोश होता देख वीआईपी प्रमुख मुकेश सैनी में कहा की केके पाठक जी पहले काफी अच्छे निर्णय ले रहे थे लेकिन कुछ दिनों से उनके निर्णय की वजह से शिक्षक भी परेशान हैं और स्कूलों में बच्चों के बेहोश होने की वजह से उनके अभिभावक भी काफी परेशान है।