Flood worsens in Bhagalpur evacuation and relief ongoing: भागलपुर जिले में बाढ़ की स्थिति काफी विकट हो गई है। बुद्धूचक के निकट तटबंध के ध्वस्त होने के कारण बाढ़ का पानी तेजी से गांवों में फैल गया है। इससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है और ग्रामीण अपनी-अपनी झोपड़ियाँ खुद हटाने लगे हैं। तटबंध के ध्वस्त होने से सैदपुर पंचायत के वीरनगर, बुद्धूचक और तिनटंगा करारी पंचायत के 1540 परिवारों को बाढ़ पीड़ित घोषित किया गया है। राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों को भोजन तो मिल रहा है, लेकिन कई लोग शिविरों में ठहरने से इंकार कर रहे हैं।
राहत की स्थिति
बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत कार्य जारी हैं। कुछ लोग किराए के कमरों में रह रहे हैं, जबकि अन्य अपने घरों की छतों पर प्लास्टिक शीट लगाकर या सड़क पर तंबू बनाकर रहने को मजबूर हैं। जिला प्रशासन द्वारा तिनटंगा करारी और सैदपुर में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं, लेकिन इनमें आवासन की कमी है। राहत सामग्री जैसे प्लास्टिक शीट की जल्द ही वितरण की जाएगी।
बाढ़ का बढ़ता प्रकोप
बुद्धूचक के पास तटबंध के ध्वस्त होने से बाढ़ का पानी गंगा प्रसाद धार की ओर बढ़ रहा है, जिससे सैदपुर और डिमाहा बहियार के खेतों को नुकसान हो रहा है। मकई की फसल, पशुचारा और सब्जी की फसल बर्बाद हो रही है। जलस्तर में वृद्धि की संभावना के चलते स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
गोपालपुर और इस्माइलपुर में खतरा
नवगछिया के गोपालपुर में रिंग बांध टूटने से कई गांव जलमग्न हो चुके हैं और लोग पलायन कर रहे हैं। इस्माइलपुर के पास भी तटबंध पर खतरा बढ़ गया है। स्पर संख्या 1 के पास कटाव तेज हो गया है, जिससे बड़े पैमाने पर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है। प्रशासन ने इस स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जल संसाधन विभाग को सूचित कर दिया है और स्थिति पर निगरानी रखी जा रही है।