इलेक्ट्रॉनिक हमारे जीवन का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है। क्योंकि हम अपने सारे काम किसी न किसी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट की मदद से करते हैं और इन्हीं इलेक्ट्रिक गैजेट को चलाने के लिए हम बिजली का इस्तेमाल करते हैं। परंतु कई बार यदि बिजली नहीं होती तो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। जिस वजह से लोग इनवर्टर बैटरी का इस्तेमाल अपने घरों में करते हैं। परंतु कई बार लोगों से यह सुनने को मिलता है कि उनके घरों की बैटरी फट गई जिसकी वजह से कई लोग जख्मी हो गए। और कुछ लोगों की इसमें जान भी चली जाती है। बैटरी के फटने का मुख्य कारण कई तरह से हो सकता है। क्योंकि लोग बैटरी को सही तरीके से ना रख कर उसे रखने में लापरवाही करते हैं।
क्या है बैटरी फटने की वजह?
कई बार लोग अपने बैटरी को हमेशा साफ रखने के लिए और नए जैसा रखने के लिए बैटरी पर एक प्लास्टिक का कवर लगा देते हैं। या फिर किसी बैटरी के डब्बे के अंदर उस बैटरी को रख देते हैं। जिसकी वजह से बैटरी के आसपास गर्म माहौल पैदा हो जाता है, और इस दौरान कई बार बैटरी फट जाती है। हमें हमेशा बैटरी को वहीं रखना चाहिए जहां सही तरह से वैंटीलेशन हो।
कई बार लोग यह भी करते हैं कि अपने बैटरी के आसपास की गंदगी को साफ नहीं करते जिसके दौरान बैटरी फट जाती है।
कभी-कभी लोग यह ध्यान नहीं देते कि उनके घर में कितने एम्पियर की बिजली आ रही है और क्षमता से अधिक एम्पियर से चार्ज होने की वजह से कई बार वह डैमेज हो जाती है। कभी कभी लोग इन्वर्टर के इंस्टालेशन के बाद उसपर ध्यान देना भी बंद कर देते है और वायरिंग में दिक्कत होने की वजह बैटरी फट जाती है।
हर 2 महीने पे आपको बैटरी लेवल चेक करते रहना चाहिए और यदि बैटरी काम बैकअप दे रही है तो आपको बैटरी के ऊपर के हिस्से पर 6 सेल होते हैं। चार्ज करते समय बैटरी के ढक्कन को खोले और देखें की बैटरी के अंदर का जो पानी है वो बुलबुले या उबलने जैसी कर रहा है या नही। यदि हां तब आपकी बैटरी सुरक्षित है, नहीं तो सेल डेड हो चुका है।
इन सब वजहों पर आपको ध्यान रखना चाहिए। जिससे आपके परिवार और आपके अगल बगल रहने वालों को ऐसी समस्या का सामना ना करना पड़े।