मुंबई का धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (DAIS) एक बार फिर सुर्खियों में है, इस बार दुनिया का सर्वश्रेष्ठ स्कूल बनने के लिए। स्कूल के 11 छात्रों ने इंटरनेशनल बैकलौरीएट डिप्लोमा प्रोग्राम (IBDP) में 45 का पूर्ण स्कोर प्राप्त किया है, जो एक अद्भुत उपलब्धि है।
यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि हर साल केवल 1% से भी कम छात्र IBDP में पूर्ण स्कोर प्राप्त कर पाते हैं। यह डिप्लोमा प्रोग्राम 16 से 19 वर्ष की आयु के छात्रों के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें 6 विषयों (प्रत्येक विषय में अधिकतम 7 अंक) के साथ-साथ CAS (क्रिएटिविटी, एक्टिविटी, सर्विस) और एक्सटेंडेड ऐस्से और नॉलेज पेपर के माध्यम से 3 अतिरिक्त अंक शामिल हैं।
DAIS मुंबई से इस बार 106 छात्रों ने IBDP परीक्षा दी और उनमें से 10% से अधिक छात्र टॉपर बने। यह वैश्विक स्तर पर और भी प्रभावशाली है, जहां टॉपरों का औसत 0.5% से भी कम है। यह DAIS में शिक्षा की गुणवत्ता और उच्च मानकों को दर्शाता है।
DAIS के बाद, यूके का किंग्स कॉलेज स्कूल 7 टॉपरों के साथ दूसरे स्थान पर है। चीन 6 टॉपरों के साथ तीसरे स्थान पर है।
यह उपलब्धि DAIS, उसके छात्रों और शिक्षकों के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह भारत के लिए भी गर्व की बात है, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारतीय स्कूल दुनिया में सर्वश्रेष्ठ शिक्षा प्रदान कर सकते हैं।
DAIS की कुछ अन्य उपलब्धियां:
- 2023 में, DAIS के 10 छात्रों ने IBDP में 44 अंक प्राप्त किए।
- 2022 में, DAIS के 9 छात्रों ने IBDP में 45 अंक प्राप्त किए।
- DAIS को लगातार कई वर्षों तक भारत के सर्वश्रेष्ठ IB स्कूलों में से एक स्थान दिया गया है।
DAIS की सफलता के कुछ कारण:
- उच्च योग्य और अनुभवी शिक्षक
- उत्कृष्ट पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियां
- अत्याधुनिक सुविधाएं
- छात्रों को समग्र शिक्षा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित
DAIS की सफलता भारत में शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रेरणा है। यह अन्य स्कूलों को भी उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगा।