Detect adulterated flour using a simple water test: खाने-पीने की चीजों में मिलावट एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती है। आटे में मिलावट की पहचान के लिए FSSAI ने एक आसान तरीका बताया है, जिससे आप त्वरित रूप से यह जान सकते हैं कि आपके आटे में मिलावट है या नहीं।

Join Our Whatsapp GroupJoin Now

आटे की पहचान की विधि:

FSSAI के अनुसार, मिलावटी आटे की पहचान के लिए एक सरल और प्रभावी तरीका अपनाया जा सकता है। इस विधि को अपनाने के लिए सबसे पहले एक पारदर्शी गिलास में पानी भरें। पानी की सतह पर एक चम्मच गेहूं का आटा छिड़कें। शुद्ध गेहूं के आटे में पानी की सतह पर अतिरिक्त चोकर दिखाई नहीं देगा। वहीं, यदि आटे में मिलावट है, तो पानी की सतह पर अतिरिक्त चोकर तैरता हुआ दिखेगा।

Join Our Whatsapp GroupJoin Now

मिलावट का स्वास्थ्य पर प्रभाव:

मिलावटी आटे में अक्सर सेलखड़ी जैसे हानिकारक पदार्थ मिलाए जाते हैं। सेलखड़ी एक सफेद या भूरे रंग का पत्थर होता है, जिसे पीसकर आटे में मिलाया जाता है। इसका सेवन करने से शरीर में कैल्शियम का असंतुलन पैदा हो सकता है, जिससे मांसपेशियों में ऐंठन, पथरी, और पेट की समस्याएं हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त, यह आंत, किडनी और लिवर को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पाचन प्रणाली प्रभावित हो सकती है।

ad

नियमों की अवहेलना:

हाल ही में अलीगढ़ में एक बिना लाइसेंस वाली फैक्ट्री से 3 क्विंटल मिलावटी आटा जब्त किया गया, जिसमें सेलखड़ी मिलाई गई थी। इस प्रकार की मिलावट FSSAI के नियमों की गंभीर अवहेलना है। यह खाद्य सुरक्षा के मानकों की धज्जियां उड़ा रही है और लोगों की सेहत के लिए खतरा पैदा कर रही है।

आटे में मिलावट की पहचान के लिए उपयुक्त विधियों का उपयोग करना बेहद आवश्यक है। मिलावट से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए हमेशा प्रमाणित स्रोतों से ही आटा खरीदें और आवश्यक सावधानियां बरतें।