Cyber fraud gang member arrested in Khagaria: खगड़िया जिले की पुलिस ने एक साइबर ठग गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया है, जिसका नेटवर्क देश के कई राज्यों तक फैला हुआ है। आरोपी के पास से आठ चेकबुक, चार बैंक पासबुक, चार एटीएम कार्ड, 10 स्कैनर, चार आधार कार्ड, एक पैन कार्ड, और एक मोबाइल बरामद हुआ है।
गिरोह का काम करने का तरीका
गिरफ्तार साइबर ठग खगड़िया में लोगों को प्रलोभन देकर उनके बैंक खातों का इस्तेमाल देश के अन्य राज्यों में लेन-देन के लिए करता था। यह गिरोह काफी दिनों से इस गोरखधंधे में शामिल था और लोगों को उनके बैंक खाते का दुरुपयोग करके धोखाधड़ी करता था।
शिकायत और गिरफ्तारी
थाना अध्यक्ष के अनुसार, राहुल कुमार ने उनके थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। राहुल ने बताया कि मंजेश कुमार ने उनकी पत्नी का बैंक पासबुक और चेकबुक अपने पास रख लिया था और इसके माध्यम से करीब 75 लाख रुपये का लेन-देन किया गया। इस जानकारी के बाद साइबर थाने में भी शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस की माने तो गिरफ्तार मंजेश कुमार एक कपड़ा दुकान चलाता है और अंतर्राज्यीय साइबर ठग गिरोह का सदस्य है।
गिरोह का मास्टरमाइंड
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड दिल्ली में बैठा है। मंजेश कुमार अपने गांव और आसपास के लोगों के बैंक खाते खुलवाकर उनके खातों का विवरण अपने सरगना को भेजता था, जिसके बदले में खाताधारकों को चार से पांच हजार रुपये मिलते थे। इन बैंक खातों का उपयोग देश के विभिन्न राज्यों में साइबर ठगी के लिए किया जाता था। गिरफ्तार मंजेश कुमार ने खगड़िया जिले के महेशखुंट निवासी दीपक कुमार का नाम उजागर किया है, जो इस नेटवर्क का मुख्य सरगना बताया जा रहा है।
कपड़ा दुकान की आड़ में चल रहा था गोरखधंधा
खगड़िया साइबर थानाध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि पसराहा थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव निवासी सुरेश प्रसाद के बेटे राहुल कुमार की शिकायत पर इस साइबर ठग गिरोह के सदस्य को गिरफ्तार किया गया है। थानाध्यक्ष ने कहा कि आरोपी मंजेश कुमार, जो पसराहा थाना क्षेत्र के सोनडीहा गांव निवासी विजेंद्र सिंह का बेटा है, ने राहुल कुमार की पत्नी के बैंक खाते से करीब 75 लाख रुपये का ट्रांजैक्शन किया था।
मुख्य सरगना की तलाश जारी
पुलिस ने इस ठगी के जाल के सरगना दीपक कुमार की तलाश शुरू कर दी है, जो दिल्ली से इस नेटवर्क को संचालित कर रहा था। पुलिस के अनुसार, जल्द ही मुख्य सरगना को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
खगड़िया पुलिस की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि साइबर ठगी का नेटवर्क कितना विस्तृत और संगठित है। पुलिस की तत्परता और सूझबूझ से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन अभी भी इस जाल के मास्टरमाइंड की तलाश जारी है। यह घटना साइबर सुरक्षा और लोगों की जागरूकता की आवश्यकता को भी रेखांकित करती है।