Climate change impacts Earth’s rotation and day length: जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी पर बडे़ परिवर्तन हो रहे हैं, जो हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहे हैं। इस बदलाव के चलते धरती की घूमने की गति में बदलाव आ रहा है, और इसके परिणामस्वरूप दिन-रात के समय में भी परिवर्तन हो रहा है। हाल ही में हुए शोध और वैज्ञानिक अध्ययन इस समस्या की गंभीरता को उजागर कर रहे हैं, जिससे यह स्पष्ट होता है कि जलवायु परिवर्तन केवल तापमान में वृद्धि ही नहीं बल्कि पृथ्वी की धुरी पर घूमने की गति को भी प्रभावित कर रहा है।

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धरती के घूमने की गति में बदलाव

जलवायु परिवर्तन के कारण पृथ्वी पर बड़े बदलाव आ रहे हैं। पहले तो इस स्थिति को सुधारने का मौका था, लेकिन अब धरती पर इस बदलाव का असर स्पष्ट होता जा रहा है। धरती की धुरी पर घूमने की गति में बदलाव के कारण इंसानों ने एक निगेटिव लीप सेकेंड जोड़ा है। यह स्थिति जलवायु परिवर्तन के असर को दर्शाती है, जो पृथ्वी के केंद्र तक पहुंच चुका है।

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100 करोड़ साल पहले धरती की गति

लगभग 100 करोड़ साल पहले, पृथ्वी का एक दिन 19 घंटे का होता था। समय के साथ, धरती की गति धीमी होती चली गई और एक दिन 24 घंटे का हो गया। हालांकि, यह बदलाव सूक्ष्म स्तर पर होता है। 1960 की तुलना में 2020 में धरती की घूर्णन गति तेजी से बदल रही थी। 2021 में यह गति धीमी होने लगी, और जून 2022 में सबसे छोटा दिन रिकॉर्ड किया गया। धरती के घूर्णन में हर सदी में 2.3 मिलीसेकंड का बदलाव होता है।

गर्मी का असर और धीमी होती धरती

12 जुलाई को नेचर जियोसाइंस में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती गर्मी के कारण पिघलते ग्लेशियर से भूमध्यरेखा के पास अधिक पानी जमा हो रहा है। इस अतिरिक्त पानी से धरती की घूर्णन गति धीमी हो रही है और इसके मैग्नेटिक पोल भी अस्थिर हो गए हैं। पिछले तीन दशकों से धरती की गति में यह कमी देखी जा रही है।

भविष्य की संभावनाएं और अध्ययन

हाल ही में PNAS जर्नल में प्रकाशित एक स्टडी में वैज्ञानिकों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से यह खुलासा किया है कि धरती की घूमने की गति लगातार बढ़ेगी। एक दिन ऐसा आएगा जब धरती की घूर्णन गति बंद हो जाएगी, जिससे दिन-रात का चक्र बदल जाएगा। यह शोध इस बात का संकेत है कि मानव गतिविधियों और जलवायु परिवर्तन के कारण धरती के घूमने के समय में बदलाव आ रहा है।

धरती का असंतुलन और जलवायु परिवर्तन

जितना अधिक पानी धरती पर जमा हो रहा है, उतना ही अधिक धरती की गति धीमी हो रही है। यह स्थिति सड़क पर डगमगाते हुए कार के पहिए की तरह है। पृथ्वी का संतुलन बिगड़ गया है और इसकी धुरी पर घूमने की गति में बदलाव आ रहा है। जलवायु परिवर्तन इस असंतुलन का मुख्य कारण है, और इसके परिणामस्वरूप धरती के दिन और रात का समय भी बदल सकता है।