CBSE ( CENTRAL BOARD OF SECONDARY EDUCATION) : सीबीएसई (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) ने इस साल कक्षा 11 और 12 की परीक्षाओं में महत्वपूर्ण बदलाव की घोषणा की है। इन परीक्षाओं में अब से बहुविकल्पीय प्रश्नों का प्रतिशत बढ़ाकर 50% किया गया है, जबकि लघु और दीर्घ उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या कम की गई है। यह बदलाव छात्रों की समझ को मजबूत करने और रचनात्मक सोच को विकसित करने के लिए किया गया है।
क्या 9वीं और 10वीं के लिए भी होगा परिवर्तन ?
बोर्ड ने बताया कि यह परिवर्तन केवल कक्षा 11 और 12 के लिए होगा और कक्षा 9 और 10 की परीक्षाओं में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा। इससे बोर्ड का मुख्य उद्देश्य है कि छात्र रटने की बजाय विषय को समझें और समस्याओं का समाधान करने के लिए सक्षम हों। इसके माध्यम से उनकी रचनात्मकता और विश्लेषणात्मक सोच को विकसित किया जा सकेगा।
बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यह बदलाव उनके शैक्षणिक प्रक्रियाओं का हिस्सा है, जो छात्रों को वास्तविक जीवन में जोरदार तैयारी प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है। इससे स्वयं समझने और सोचने की क्षमता बढ़ाई जाएगी, जिससे छात्र विभिन्न व्यक्तिगत और पेशेवर स्तरों पर सफलता प्राप्त कर सकें।
इसके साथ ही, सीबीएसई बोर्ड की यह पहल एक सुसंगत शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र के विकास को भी दर्शाती है, जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के सीखने को रटने से अधिक विश्वसनीय और समझदार बनाना है। इस प्रकार, बोर्ड ने न केवल परीक्षा प्रणाली में बदलाव किया है बल्कि छात्रों के विकास को गहराई से समझाने की कोशिश की है।