BSNL’s growth boosts confidence challenges private telecom giants: हाल ही में BSNL की स्थिति में बदलाव देखने को मिला है। प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ में 10 से 15 फीसदी की वृद्धि की है, जिसके परिणामस्वरूप BSNL ने 25 लाख नए ग्राहकों को जोड़ा है। यह वृद्धि सरकारी टेलीकॉम कंपनी के लिए एक नई उम्मीद की किरण लेकर आई है। अब सरकार और BSNL को विश्वास है कि इस सरकारी जाइंट को केवल जगाया ही नहीं जा सकता, बल्कि टेलीकॉम उद्योग की प्रतिस्पर्धा में सफलता पूर्वक भी दौड़ाया जा सकता है।
5G सर्विस का आगमन
बीएसएनएल जल्द ही अपनी 5G सेवाओं की शुरुआत करने वाला है, जो कि टेलीकॉम इंडस्ट्री में एक बड़ा बदलाव ला सकता है। इसके लिए बीएसएनएल ने कई स्टार्टअप कंपनियों के साथ साझेदारी की है, जिससे यह संभावना जताई जा रही है कि आम लोगों को सस्ती कीमतों पर 5G सेवाएं मिलेंगी। बीएसएनएल अपने 5G ट्रायल की शुरुआत करने वाला है और प्राइवेट नेटवर्क पर विशेष ध्यान देगा।
प्राइवेट कंपनियों के लिए चुनौती
रिलायंस जियो और एयरटेल जैसी प्राइवेट कंपनियों के मुकाबले बीएसएनएल की स्थिति और उसकी सरकारी समर्थन की शक्ति एक महत्वपूर्ण कारक है। बीएसएनएल के पास जो इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकारी मैकेनिज्म है, वह प्राइवेट कंपनियों के पास नहीं है। यह स्थिति जियो और एयरटेल के लिए एक गंभीर चुनौती साबित हो सकती है।
बीएसएनएल की बढ़ती हुई ग्राहक संख्या और 5G सेवा की शुरुआत से यह साफ है कि सरकारी टेलीकॉम कंपनी ने अपनी ताकत को पुनः स्थापित किया है। यह विकास जियो और एयरटेल के लिए एक चेतावनी हो सकता है कि बीएसएनएल अब एक बार फिर से बाजार में मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरने के लिए तैयार है। बीएसएनएल की वापसी: सरकारी टेलीकॉम जाइंट का नया युग