Bridge collapse in Bihar causes political controversy damage: सुल्तानगंज में 30 अप्रैल 2022 को हवा के झोंके से पुल के पिलर संख्या पांच गिर गए थे। इसके बाद, 4 जून 2023 को अगुवानी गंगा घाट पर निर्माणाधीन पुल के पिलर नंबर 10, 11 और 12 अचानक गिर गए और नदी में बह गए। इस घटना ने बिहार में सियासी हंगामा खड़ा कर दिया था, और विभिन्न राजनीतिक नेताओं ने एक-दूसरे पर सवाल उठाए थे।
अगुवानी घाट पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा
शनिवार को, भागलपुर और खगड़िया को जोड़ने वाले अगुवानी पुल का क्षतिग्रस्त हिस्सा गंगा नदी में गिर गया। इस पुल पर पिछले एक साल से निर्माण कार्य बंद था। तेज बहाव के कारण पुल का एक क्षतिग्रस्त हिस्सा पानी में बह गया, जिसकी जानकारी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने दी है। निगम ने कहा है कि पुल को अब नए सिरे से बनाया जाएगा।
पुल निर्माण पर नया कार्य
पुल निर्माण निगम ने कहा कि पटना हाईकोर्ट के निर्देश पर पुल को नये सिरे से बनाया जाएगा। इसके लिए नया डिजाइन तैयार किया जा रहा है और निर्माण प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। पहले दुर्घटना के बाद पुल का पहला भाग 30 अप्रैल 2022 को क्षतिग्रस्त हुआ था और इसे हटाने का निर्देश दिया गया था। पुल के डिजाइन की जांच आइआइटी रुड़की द्वारा कराई जा रही है।
गंगा में तेज बहाव और सुनामी जैसी लहरें
शनिवार को जब पुल का हिस्सा गंगा में गिरा, तो गंगा की लहरें लगभग 100 फीट ऊँची हो गईं और ऐसा लगा जैसे सुनामी आ गई हो। गंगा की लहरें दो किलोमीटर तक भयानक हिलोरें लेने लगीं, जिससे स्नान कर रहे कांवड़िये तुरंत पानी से बाहर निकल गए।