Bihar airport development boosts connectivity economy and tourism: केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना उड़ान 5.2 के तहत बिहार के 10 शहरों में बंद पड़े एयरपोर्टों को पुनः चालू किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत मुजफ्फरपुर, भागलपुर, छपरा, मोतिहारी, रक्सौल, वीरपुर, सहरसा, बाल्मीकिनगर, मुंगेर और मधुबनी हवाई अड्डों का चयन किया गया है। इन शहरों में छोटे विमानों (20 सीटों से कम) के संचालन के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।
बिहार सरकार की भूमिका और मांगें
केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि इन एयरपोर्टों के विकास और संचालन के लिए बिहार सरकार से कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएं और सहमति मांगी गई हैं। इनमें भूमि की उपलब्धता, सुरक्षा, अग्निशमन सेवाएं, मौसम संबंधी सेवाएं, और हवाई अड्डों के प्रबंधन के दायित्व शामिल हैं। यह सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है कि राज्य सरकार इन आवश्यकताओं को पूरा करे ताकि हवाई अड्डों का संचालन सुचारू रूप से हो सके।
वर्तमान में चालू हवाई अड्डे
वर्तमान में बिहार में पटना, गया, दरभंगा, बिहटा, और पूर्णिया हवाई अड्डे चालू हैं। इन हवाई अड्डों पर विमानों का नियमित संचालन हो रहा है और यात्री इनका लाभ उठा रहे हैं। केंद्र सरकार की योजना है कि राज्य के अन्य शहरों में भी हवाई यात्रा की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं ताकि लोगों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल सके।
भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं
उड़ान योजना के अंतर्गत छोटे शहरों को हवाई मार्ग से जोड़ने की यह पहल बिहार के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस योजना से न केवल स्थानीय लोगों को यात्रा की बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि राज्य के आर्थिक विकास में भी वृद्धि होगी। नए हवाई अड्डों के चालू होने से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।
इस प्रकार, केंद्र और राज्य सरकार की समन्वित प्रयासों से बिहार में हवाई परिवहन का नेटवर्क और मजबूत होगा, जिससे राज्य की प्रगति और विकास को गति मिलेगी।