Bhagalpur Kanwariyas face challenges from illegal slaughterhouses’ pollution: भागलपुर में इस साल श्रावणी मेले के दौरान शिवभक्त कांवरियों को नई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भोलानाथ पुल के निर्माण कार्य के कारण कांवरियों को इस साल हुसैनाबाद-अलीगंज के रास्ते से जाना पड़ेगा, जहां अवैध बूचड़खानों की गंदगी उनकी यात्रा में बाधा उत्पन्न कर रही है।

Join Our Whatsapp GroupJoin Now

दूषित पानी और कांवरियों की समस्या

भागलपुर के नए रूट पर स्थित अवैध बूचड़खानों से निकलने वाले अवशेष नालों में बहते हैं और सड़क पर खून मिला दूषित पानी फैल जाता है। कांवरियों को इस दूषित पानी से नंगे पांव गुजरना पड़ता है, जिससे उनके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। यह समस्या बारिश के बाद और भी गंभीर हो जाती है।

Join Our Whatsapp GroupJoin Now

मेयर की पहल

भागलपुर की मेयर डॉ. बसुंधरा लाल ने इस समस्या का संज्ञान लेते हुए बिहार राज्य नियंत्रण पर्षद के सदस्य सचिव एस. चंद्रशेखर को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने शहर में चल रहे अवैध बूचड़खानों को तुरंत बंद कराने की मांग की है। मेयर ने जोर देकर कहा कि श्रावणी मेला में कांवरियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाना आवश्यक है।

सोशल मीडिया पर जन आक्रोश

इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर भी काफी ध्यान आकर्षित किया है। कई लोगों ने फेसबुक और अन्य प्लेटफार्म पर इस समस्या से जुड़ी पोस्ट करके अपनी चिंता जाहिर की है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि कांवरियों के रास्ते को गंदगी से मुक्त रखा जाए और अवैध बूचड़खानों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

प्रशासनिक कदमों की आवश्यकता

भागलपुर में अवैध बूचड़खानों से उत्पन्न इस समस्या का समाधान करने के लिए प्रशासन को त्वरित और कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है। कांवरियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने के लिए इन बूचड़खानों को बंद कराना और रास्ते को साफ-सुथरा रखना अति महत्वपूर्ण है। प्रशासनिक अधिकारियों को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए और जल्द से जल्द प्रभावी उपाय करने चाहिए।