Bhagalpur Electric and CNG Buses : भागलपुर में परिवहन सेवाओं में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की जा रही है, जिसके तहत भागलपुर परिवहन निगम को 120 नई बसें मिलेंगी। इनमें 35 डीजल, 50 इलेक्ट्रिक और 35 सीएनजी बसें शामिल होंगी। इस परियोजना का उद्देश्य भागलपुर और उसके पड़ोसी जिलों के बीच यात्रा को आसान और अधिक सुविधाजनक बनाना है।
चार्जिंग स्टेशन की योजना
भागलपुर परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पवन शांडिल्य ने बताया कि अंतर जिला इलेक्ट्रिक बस सेवा को सफलतापूर्वक शुरू करने के लिए जमुई और मुंगेर में चार्जिंग स्टेशन बनाना अनिवार्य है। इन चार्जिंग स्टेशनों का प्रस्ताव भेजा गया है और इसके निर्माण के बाद ही भागलपुर से गया, औरंगाबाद और पटना तक इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन संभव हो पाएगा।
नई बसों की खेप
भागलपुर को तीन चरणों में बसों की आपूर्ति की जाएगी:
पहला फेज: इसमें 35 डीजल बसों का प्रावधान होगा।
दूसरा फेज: इसमें 50 इलेक्ट्रिक बसों की खेप शामिल होगी।
तीसरा फेज: इसमें 35 सीएनजी बसें शामिल होंगी।
इन बसों का परिचालन शुरू होते ही पड़ोस के जिलों में यात्रा करना आसान हो जाएगा। इससे न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि स्थानीय परिवहन व्यवस्था भी सुधरेगी।
सिटी बस सेवाl
जिलाधिकारी भी सिटी बस सेवा को शुरू कराने के लिए निरंतर परिवहन निगम से बातचीत कर रहे हैं। इस पहल से शहर के भीतर यात्रा करना और भी सुविधाजनक हो जाएगा।
भविष्य की योजनाएं
भागलपुर के साथ-साथ जमुई और मुंगेर में चार्जिंग स्टेशन बनने के बाद ही लंबी दूरी की अंतर जिला इलेक्ट्रिक बस सेवाएं शुरू हो पाएंगी। सभी प्रक्रियाओं के पूर्ण होने और आवश्यक बुनियादी ढांचे के विकास के बाद, सितंबर तक सेवा शुरू होने की उम्मीद है।
सामुदायिक और आर्थिक लाभ
नई बस सेवा से न केवल परिवहन सुविधा में सुधार होगा, बल्कि इसका सामुदायिक और आर्थिक लाभ भी होगा:
बेहतर कनेक्टिविटी: इससे भागलपुर और आसपास के जिलों के बीच यात्रा करना अधिक सुलभ हो जाएगा।
पर्यावरण संरक्षण: इलेक्ट्रिक और सीएनजी बसों के उपयोग से प्रदूषण में कमी आएगी।
आर्थिक विकास: बेहतर परिवहन से व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
समय की बचत: समयबद्ध बस सेवाएं यात्रियों के समय की बचत करेंगी।
यह पहल भागलपुर और उसके पड़ोसी जिलों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल परिवहन सेवाओं में सुधार करेगी बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास में भी सहायक होगी।