Bhagalpur digital printing facilitates cost-effective fabric production: भागलपुर में अब बुनकरों के लिए कपड़े प्रिंट कराना आसान हो गया है। बुनकर संजीव कुमार ने बताया कि पहले कपड़े प्रिंट कराने के लिए सूरत और कोलकाता जाना पड़ता था, जिससे लागत अधिक आती थी। अब प्रिंटिंग की सुविधा स्थानीय स्तर पर मिलने से लागत और समय दोनों की बचत होगी। इसके चलते बुनकर अधिक समय में अधिक ऑर्डर पूरा कर सकेंगे।
डिजिटल प्रिंटिंग की सुविधा:
भागलपुर में अब डिजिटल प्रिंटिंग की सुविधा भी उपलब्ध हो गई है। संजीव कुमार ने बताया कि पहले यहां डिजिटल प्रिंटिंग नहीं होती थी, लेकिन अब इस तकनीक से नए-नए डिजाइन की साड़ियां और कपड़े बन रहे हैं। डिजिटल प्रिंटिंग से बनाए गए कपड़े कस्टमर्स को काफी पसंद आ रहे हैं, जिससे व्यापारियों को भी फायदा हो रहा है।
भागलपुर की नई पहचान:
भागलपुर को पहले सिल्क नगरी के रूप में जाना जाता था, लेकिन अब यहां विभिन्न प्रकार के कपड़े भी तैयार होने लगे हैं। बड़े पैमाने पर कपड़ों का उत्पादन और डिजाइनिंग हो रही है। बुनकरों को अब अत्याधुनिक सुविधाएं मिलने से उनके काम की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता दोनों में वृद्धि हुई है।
प्रिंटिंग मशीनों का लाभ:
भागलपुर में कई जगहों पर प्रिंटिंग मशीन लगाई गई हैं, जिससे बुनकरों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। स्थानीय स्तर पर ही प्रिंटिंग की सुविधा मिलने से बुनकरों का समय और पैसा दोनों बचेंगे। इससे बुनकर अधिक प्रतिस्पर्धी दरों पर कपड़े बना सकेंगे और अधिक मुनाफा कमा सकेंगे।
भागलपुर में बुनाई और प्रिंटिंग के क्षेत्र में यह नया कदम न केवल बुनकरों के लिए फायदेमंद है, बल्कि इससे स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा। अब बुनकर अधिक कुशलता और कम समय में अपने उत्पाद तैयार कर सकेंगे, जिससे भागलपुर की पहचान और भी मजबूत होगी।