Artificially ripened apples dangerous follow FSSAI guidelines: सेब को आर्टिफिशियली पकाना पूरी तरह मना नहीं है, लेकिन इसके लिए FSSAI ने सही दिशा-निर्देश दिए हैं। एथलीन गैस का सीमित मात्रा में उपयोग किया जा सकता है।
फल पकाने के लिए गैस का उपयोग
एथलीन गैस का उपयोग फलों को पकाने के लिए किया जाता है। यह एक सुरक्षित तरीका है, बशर्ते इसका उपयोग सही मात्रा में किया जाए। अधिक मात्रा में इसका उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
सेब पर वैक्स का प्रभाव और पहचान
सेब पर अक्सर वैक्स चढ़ाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसे पहचानने के लिए सेब को 10 सेकंड तक पानी में डुबोएं और फिर एक सूखा चाकू लेकर खुरचें। यदि सफेद परत निकलती है, तो यह वैक्स हो सकता है।
सेब और अन्य फलों की सफाई
सेब या कोई अन्य फल खाने से पहले उन्हें अच्छी तरह धोना चाहिए। इसके लिए चलते पानी का इस्तेमाल करें और फलों को रगड़ें। इससे उन पर जमी गंदगी और खतरनाक केमिकल साफ हो जाएंगे। सफाई का ध्यान रखना स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
सही तरीके से सेब खरीदें
सेब खरीदते समय सावधानी बरतें और प्राकृतिक रूप से पके हुए फल ही खरीदें। ऐसे दुकानदार से फल लें जो बिना केमिकल वाले फल बेचने का दावा करता हो। FSSAI ने सुझाव दिया है कि छिलके पर काले धब्बे वाले सेब न खरीदें, क्योंकि इनके केमिकल से पके होने की संभावना अधिक होती है।
केमिकल से पके सेब के खतरनाक परिणाम
केमिकल से पका सेब कैंसर से भी अधिक खतरनाक हो सकता है। लंबे समय तक और अधिक मात्रा में इसका सेवन कैंसर, डायबिटीज, इंफ्लामेशन और ऑर्गन डैमेज का खतरा बढ़ा सकता है।
खतरनाक केमिकल और FSSAI की सख्ती
मांग को पूरा करने के लिए फलों को केमिकल से पकाया जाता है। FSSAI ने कैल्शियम कार्बाइड और उससे निकलने वाली एसिटिलीन गैस को बैन कर रखा है। इनसे पका सेब देखने में लाल हो सकता है लेकिन स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक होता है।
वैक्सिंग और अन्य खतरनाक तरीकों से बचें
सेब को चमकदार बनाने के लिए वैक्सिंग की जाती है, लेकिन कभी-कभी खतरनाक केमिकल का भी इस्तेमाल होता है। FSSAI ने इन खतरनाक तरीकों पर प्रतिबंध लगाया है और सही तरीके से सेब खरीदने की सलाह दी है।