Dengue cases rise in Bihar vigilance and cleanliness needed: सीवान जिले के गोरेयाकोठी थाना क्षेत्र के छितौली गांव में डेंगू का पहला मामला सामने आया है। 18 वर्षीय युवक, जिसका नाम आरिफ आलम है, बंगलुरू से अपने गांव लौटा था और वहाँ से डेंगू संक्रमित होकर आया। उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे पटना के पीएमसीएच में रेफर किया गया। 5 जुलाई को पीएमसीएच में जांच के दौरान उसकी डेंगू संक्रमण की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग की टीम उसके स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखे हुए है।
स्वच्छता के महत्व पर जोर
डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए राज्य सरकार द्वारा पानी जमे हुए स्थानों पर नियमित छिड़काव किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ताओं को पानी की जगहों पर लार्वा की पहचान कर निवारण उपायों के लिए प्रशिक्षित किया गया है। डेंगू से बचने के लिए सही जानकारी और दैनिक स्वच्छता का पालन सबसे प्रभावी तरीका है। घरों में कूलर, गमले और टूटे-फूटे सामान में पानी जमा होने से बचाने की सलाह दी गई है, क्योंकि डेंगू के मच्छर साफ पानी में ही पनपते हैं।
पटना में डेंगू के मामलों की वृद्धि
पटना में डेंगू के मामलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। हाल ही में 24 घंटे के भीतर 5 नए मरीजों की पुष्टि हुई है, जिससे कुल मरीजों की संख्या 56 हो गई है। इन मरीजों में एक बांकीपुर, एक अजीमाबाद, एक पाटलिपुत्र और दो बाढ़ तथा फतुहा के ग्रामीण क्षेत्रों से हैं।
बिहार में डेंगू का व्यापक प्रभाव
जनवरी 2024 से 28 जुलाई 2024 तक बिहार में कुल 265 डेंगू पॉजिटिव केस रिपोर्ट किए गए हैं। इनमें पटना में सबसे अधिक 84 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा, गया में 26, मुजफ्फरपुर में 18, सिवान में 11 और मधुबनी में 10 केस पाए गए हैं। केवल अरवल जिले में इस अवधि में कोई डेंगू केस नहीं मिला है। डॉ. अशोक कुमार ने डेंगू नियंत्रण के लिए स्वच्छता और सतर्कता बनाए रखने की अपील की है।