Construction of football stadium in Bhagalpur: भागलपुर में महिला फुटबॉल खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण विकास के रूप में दो स्थानों पर फुटबॉल स्टेडियम निर्माण की योजना बनाई गई है। कहलगांव और नवगछिया इस पहल के लिए चुने गए हैं, जो स्थानीय खेल की बढ़ती हुई संरचनाओं का वादा करते हैं।
गाँव ममलखा किस लिए प्रसिद्ध है:
- महिला फुटबॉल खिलाड़ियों की उत्पत्ति के लिए प्रसिद्ध।
- वर्तमान में कई सक्रिय महिला खिलाड़ियों के घर।
- सरकारी योजना इन गाँवों को खेल सुविधाओं से लैस करने का निर्णय लिया है।
जिला प्रशासन द्वारा पहल
जिला प्रशासन ने दोनों क्षेत्रों के सीईओ को फुटबॉल स्टेडियम और बहुउद्देशीय हॉल के निर्माण के लिए भूमि का प्रस्ताव पेश करने के निर्देश दिए हैं। ‘खेलो इंडिया’ पहल के अंतर्गत, खेल अवसंरचना के विकास के लिए उपयुक्त स्थानों की पहचान करने का निर्देश खेल विभाग के मुख्य सचिव द्वारा पहले ही दिया गया था।
निर्दिष्ट भूमि क्षेत्र:
- फुटबॉल स्टेडियम: 115 मीटर × 95 मीटर।
- बहुउद्देशीय हॉल: 60 मीटर × 40 मीटर।
- उपयुक्त भूमि के लिए खोज अब शुरू हो चुकी है।
भागलपुर में समृद्ध खेलीय संस्कृति
भागलपुर में फुटबॉल प्रेमी और खिलाड़ियों से भरपूर गाँव हैं। पीरपैंती फुटबॉल क्लब के आदिवासी युवा से लेकर ममलखा फुटबॉल क्लब के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों तक, जिला फुटबॉल की दुनिया बहुत उत्साही है। नाथनगर, भुआलपुर, मुरारपुर आदि गाँवों में फुटबॉल खिलाड़ियों का समृद्ध वातावरण है।
अस्थायी स्थलों पर प्रैक्टिस
भागलपुर में विशेष स्टेडियम की अभाव में भी फुटबॉल लोकप्रिय खेल रहा है। शहर के हवाई अड्डे के रनवे के पास रोजाना प्रैक्टिस सत्र होते हैं, जहां 14 से 20 वर्ष की आयु के युवा खिलाड़ी निरंतर फुटबॉल के ड्रिल्स करते हैं, जिनका मार्गदर्शन कोचेज जैसे फैसल खान और असर आलम अच्छू के नेतृत्व में किया जाता है।
ऐसा करने के लिए बाधाएं:
स्थान की कमी और उचित सुविधाओं की अभाव।
चुनौतियों के बावजूद फुटबॉल के प्रति युवाओं का उत्साह बरकरार है जो कि काफी बेहतरीन बात है।
खिलाड़ियों का गाँव
ममलखा, भागलपुर में महिला फुटबॉल खिलाड़ियों का गाँव, प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को पालने के लिए एक ऐतिहासिक वातावरण रखता है। इन खिलाड़ियों को उनकी सफलताओं के बावजूद, अक्सर समाजिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जहां विवाह के बाद वे अक्सर अपने ससुराल में रहने को मजबूर होती हैं।