Bhagalpur Traffic Problem : भागलपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के प्रबंध निदेशक और नगर आयुक्त नितिन कुमार सिंह ने मंगलवार को शहर में चल रही स्मार्ट सिटी योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने सभी ऑनगोइंग कार्यों को यथाशीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। हालाँकि, निर्धारित समय सीमा जून होने के बावजूद चार प्रमुख योजनाएं अब तक अधूरी हैं, जिससे इन परियोजनाओं के समय पर पूरा होने की संभावना कम ही दिखती है।
मल्टीलेवल ऑटोमेटिव कार पार्किंग
हालाँकि मल्टीलेवल ऑटोमेटिव कार पार्किंग का संचालन हो रहा है, फिर भी इसे अधूरी योजनाओं में शामिल किया गया है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने बताया कि 19 परियोजनाओं में से 15 पूरी कर ली गई हैं। कार पार्किंग, बरारी घाट, भैरवा तालाब और एयरपोर्ट की परियोजनाओं पर कार्य जारी है, जिसमें से भैरवा तालाब को छोड़कर बाकी तीन परियोजनाओं की भौतिक प्रगति 85 प्रतिशत से अधिक बताई गई है।
भैरवा तालाब का सौंदर्यीकरण
भैरवा तालाब का सौंदर्यीकरण अभी भी अधूरा है और काम लंबे समय से बंद है। स्मार्ट सिटी कंपनी ने प्रबंध निदेशक को सूचित किया कि संवेदक को जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया है। हालाँकि, अभी तक काम शुरू नहीं हो पाया है।
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट और हवाई अड्डा परियोजना
स्मार्ट सिटी कंपनी का दावा है कि हवाई अड्डा और रिवर फ्रंट डेवलपमेंट (बरारी) परियोजनाओं का 85 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। यह परियोजनाएँ शहर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली हैं।
खर्च की जा रही राशि
1. रीवर फ्रंट डेवलपमेंट: 169.25 करोड़ रुपये
2. भैरवा तालाब सौंदर्यीकरण: 40.42 करोड़ रुपये
3. हवाई अड्डे का परिधिय विकास: 14.10 करोड़ रुपये
4. मल्टीलेवल ऑटोमैटेड कार पार्किंग: 9.54 करोड़ रुपये
भागलपुर स्मार्ट सिटी सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन नहीं
स्मार्ट सिटी की पूरी योजनाओं का मेंटेनेंस भागलपुर स्मार्ट सिटी सोसाइटी द्वारा किया जाना है। हालाँकि, इस सोसाइटी का रजिस्ट्रेशन अभी तक नहीं हो पाया है। नगर विकास और आवास (यूडीएचडी) विभाग से रजिस्ट्रेशन होना है, लेकिन स्मार्ट सिटी कंपनी ने अभी तक यूडीएचडी को फाइल नहीं भेजी है। सोसाइटी में यूडीएचडी के प्रभारी सचिव अध्यक्ष, जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक, मेयर सदस्य और नगर आयुक्त सदस्य सचिव के रूप में शामिल हैं। सोसाइटी का निबंधन स्मार्ट सिटी के प्रबंध निदेशक द्वारा यूडीएचडी के निर्देशानुसार किया जाना है। सोसाइटी के निबंधन की जानकारी के लिए पीआरओ पंकज कुमार को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।