Bihar Monsoon update: उत्तर बिहार में आगामी कुछ दिनों में गर्मी का मौसम रहने की संभावना है, जिसमें दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास हो सकता है। इसके साथ ही, मानसून की सक्रियता के कारण 16 जून तक बारिश की संभावना है। यह बारिश हल्की से मध्यम तक हो सकती है।

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कब होगी बारिश ?

उत्तर बिहार में 15-16 जून को मानसून सक्रिय होने से हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। दिन का तापमान 38-42 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 25-27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

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यह बारिश का मौसम सूखे की स्थिति को थोड़ा सहारा देगा, लेकिन गर्मी के कारण बचावी उपायों को ध्यान में रखना अत्यंत आवश्यक होगा। लोगों को परिस्थितियों का समय-समय पर ध्यान देना और जरूरी सुरक्षा उपायों का पालन करना चाहिए।

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के मौसम विभाग ने 16 जून तक के लिए उत्तर बिहार के मौसम का पूर्वानुमान जारी किया है। इस पूर्वानुमान के अनुसार, उत्तर बिहार में अगले दो-तीन दिनों तक आसमान साफ रहने और मौसम के शुष्क रहने की संभावना है। यह संकेत देता है कि किसान अपनी फसलों की आवश्यकतानुसार खेती के लिए मौसम का अनुकूल इस्तेमाल कर सकते हैं।

शुष्क मौसम का अनुमान विभिन्न कृषि कार्यों के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है। यह अनुमान किसानों को फसलों के संरक्षण, सिंचाई और खेती की अन्य गतिविधियों को योजनाबद्ध रूप से करने में मदद कर सकता है। साथ ही, यह उन्हें समय रहते तैयारी करने का अवसर भी देता है ताकि वे अपनी फसलों को मौसम से होने वाले नकारात्मक प्रभावों से बचा सकें।

इस पूर्वानुमान के आधार पर, किसानों को अपनी खेती के लिए तैयार रहना चाहिए ताकि वे मौसम के अनुसार अपनी गतिविधियों को समय पर और सही तरीके से प्रबंधित कर सकें।

मौसम विभाग ने बताया है कि इस दौरान दिन का तापमान 38 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच में रह सकता है, जो कि काफी ऊष्मागत है। यह अत्यधिक तापमान जलने की आशंका को बढ़ा सकता है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी होता है। इसके साथ ही, न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है, जो कि ठंडक देने वाला हो सकता है। इससे लोगों को आराम की संभावना है, लेकिन सुनहरा बिछाने के लिए तैयार रहना भी जरूरी है।

ऐसे मौसम के दौरान, लोगों को अधिक पानी पीने और धूप से बचने की सलाह दी जाती है। समुद्र तट पर रहने वालों को जलवायु संबंधी सुरक्षा नियमों का पालन करना चाहिए, जैसे कि जल में सुरक्षा के उपकरण पहनना। इसके अलावा, उच्च तापमान के कारण हेट स्ट्रोक की संभावना भी होती है, इसलिए लोगों को ध्यान रखना चाहिए कि वे अपने शरीर को ठंडा रखें और प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा का इस्तेमाल करें।