कुछ समय पहले शेयर बाजार में लिस्ट हुई कंपनी इरेड़ा को नवरत्नों की सूची में शामिल कर लिया गया है। इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट को नवरत्न का दर्जा मिल गया है। इसके बारे में शुक्रवार को बताया गया जिसमें कहा गया कि उसे डिपार्मेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज के द्वारा नवरत्न का दर्जा दिया गया है।
इरेडा एक फाइनेंशियल कंपनी है जो कि नॉन बैंकिंग है। यह नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीन आती है । यह कंपनी अक्षय ऊर्जा के सेक्टर में प्रोजेक्ट जगाने के लिए काम करती है । इरेडा काफी समय से शेयर बाजार में नाम कमा रही है। इरेड़ा के निवेशकों को हाल ही में इस कंपनी द्वारा जबरदस्त फायदा हुआ है।
आईपीओ के बाद प्रदर्शन:
इस कंपनी का आईपीओ पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया गया था। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 30 से 32 रुपए प्रति शेयर था जिस हिसाब से देखे तो आईपीओ से अब तक इरेडा के शेयर में 434 फीसदी की तेजी देखने को मिली है । इसका शेयर आईपीओ के बाद करीब 90 फीसदी के प्रीमियर के साथ लिस्ट हुआ था। सिर्फ इस साल की माने तो इरेडा का शेयर 63 फीसदी से ज्यादा की तेजी में कारोबार कर रहा है। शुक्रवार को इरेड़ा का शेयर 170.95 रुपए में बंद हुआ।
ऐसे मिलता है नवरत्न कंपनी का दर्जा:
कोई भी सरकारी कंपनी जो नवरत्न का दर्जा पाना चाहती है उसे पहले मिनी रत्न कैटेगरी में शामिल होना पड़ता है। पिछले कुछ समय से इस कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में काफी अच्छा सुधार देखने को मिला है। मार्च तिमाही में इस कंपनी के मुनाफे में 32 फ़ीसदी की तेजी सामने आई और आंकड़ा 337 करोड रुपए के पार पहुंच गया और इस कंपनी का एयूएम 26.5 फीसदी बढ़कर 56798 करोड रुपए पहुंच गया है।
जिन कंपनियों को नवरत्न का दर्जा दिया जाता है उन कंपनियों को कारोबार में बहुत सी सुविधाएं मिलती है । नवरत्न कंपनी को 1000 करोड रुपए तक इन्वेस्ट करने के लिए केंद्रीय अथॉरिटी से अनुमति लेने की जरूरत नहीं होती और यह कंपनियां अपने नेटवर्थ का 30 फीसदी हर साल एलोकेट कर सकती है और इसके साथ-साथ ज्वाइंट वेंचर बनाने, विदेशी यूनिट स्थापित करने और पार्टनरशिप के लिए भी इन कंपनियों को सुविधा दी जाती है।