भारतीय व्यंजन पूरी दुनिया में अपने स्वाद के लिए फेमस है, भारत का लगभग सभी व्यंजन पूरी दुनिया में अपने अद्भुत स्वाद का लोहा मनवा चुके हैं जिसका श्रेय ख़ास कर जाता है भारतीय मसालों को, जो के खाने के अंदर जान डाल देते हैं, अगर इन्हीं मसालों का उपयोग सही से खाने में न किया जाए तो यह सेहत खराब भी कर सकते हैं
पुराने समय से भारत में खाना बनाते हुए उसमे सबसे पहले गर्म तेल में साबुत मसाले मिलाए जाते हैं और उसके बाद उसमें अदरक, लहसुन, प्याज जैसे सुगंधित मसाले मिलाए जाते हैं और आखिर में सूखे, पिसे हुए मसाले मिलाए जाते हैं| वहीं, जब पोषण की बात आती है, तो हीट कुछ कम्पाउंड्स को तो एक्टिव कर देती है, लेकिन दूसरों को उसमें से हटा देती है.
खाना बनाते समय कब कौन से मसाले डालने चाहिए?
खाना बनाते समय उसमे मसालों का ताल मेल होना बहुत जरूरी है वरना वो स्वाद के साथ साथ सेहत भी खराब कर सकता है. ऐसे में हल्दी डालते समय कुछ बातों का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए क्योंकि उसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में आसानी से एब्सॉर्ब नहीं हो पाते. इस लिए गर्म तेल या घी में हल्दी डालकर अच्छी तरह से पका लेना चाहिए.
ऐसे ही, धनिया, लाल मिर्च जैसे मसालों को भी तुंरत सब्जियों के साथ नहीं डालना चाहिए. जब आप कोई सब्जी बनाते हैं, तो यह ध्यान रहे कि पहले वे सब्जियां थोड़ी नर्म हो जाएं और उसके बाद ही इन मसालों को डालें. खाना बनाते समय कब कौनसा मसाला डालना है यह जानना थोड़ा सा मुश्किल हो सकता है पर यह जानना जरूरी हैं . वहीं, पकाने से पहले मसालों हल्का भूनने से उनके एसेंशियल ऑयल निकलते हैं, जो डिश में स्वाद जोड़ने में मदद कर सकते हैं.
ध्यान देने वाली बात है कि स्वाद के साथ मसालों से पोषण शामिल करना आवश्यक है. अलग अलग मसाले शामिल होने से अलग-अलग तरह से रिएक्ट करते हैं. लौंग और दालचीनी ऐसे मसाले हैं, जो पोषक तत्वों को खोए बिना उच्च तापमान को मना कर सकते हैं, जबकि हल्दी और जायफल जैसे मसाले अधिक भूनने के बाद फायदेमंद हो जाते हैं. हालांकि, इसे लेकर अभी तक कोई पर्याप्त शोध नहीं है कि कौन से मसाले गर्मी के साथ अपना पोषण खो देते हैं. वहीं, गरम मसाले को गैस बंद करने के पांच से सात मिनट पहले डाल सकते हैं.
मसालों को ताज़ा कैसे रखें-
मसालों को सुगंधित और स्वाद से भरपूर रखने के लिए उन्हें सीमित मात्रा में ही खरीदना चाहिए और जितना जल्दी हो उनका उपयोग कर लेना चाहिए. अगर हो सके तो पिसे हुए मसालों की जगह साबुत मसालों को पिसाना चाहिए. इसके लिए मिक्सर, मूसल या इलेक्ट्रिक कॉफी ग्राइंडर की मदद ले सकते हैं. साबूत और पिसे हुए मसालों को किसी बंद डिब्बे में रखना चाहिए जिससे उन्हें बाहरी हवा और न लगे और उनकी सुगंध और स्वाद बरकरार रहे