Avoid deceit anger and dark clothing on Janmashtami: जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण के दर्शन करना शुभ माना जाता है, लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। इस दिन झूठ, निंदा, दिखावा, क्रोध, लोभ, कपट या मोह से दूर रहना चाहिए। श्री कृष्ण की पीठ का दर्शन करने से जीवन में अधर्म बढ़ सकता है।
शुभ योग और मुहूर्त
इस साल जन्माष्टमी पर दो शुभ योग बन रहे हैं। रोहिणी नक्षत्र 26 अगस्त को दोपहर 3:55 बजे शुरू होगा और 27 अगस्त की मध्यरात्रि तक रहेगा। इस बार जन्माष्टमी सोमवार को पड़ रही है, जो शुभ संयोग माना जाता है। अष्टमी तिथि की शुरुआत 26 अगस्त को सुबह 3:39 बजे होगी और समाप्ति 27 अगस्त को सुबह 2:19 बजे होगी।
विशेष नियम और परहेज
जन्माष्टमी के दिन चावल का सेवन न करें और तामसिक भोजन से परहेज करें। मांस-मदिरा का सेवन भी न करें। काले वस्त्र पहनने या भगवान श्री कृष्ण को काले वस्त्र पहनाने से भी परहेज करें।
इस प्रकार, जन्माष्टमी के त्योहार को धार्मिक नियमों और परंपराओं के अनुसार मनाना चाहिए ताकि यह त्योहार अधिक शुभ और फलदायक हो सके।