Toyota avoids sunroofs due to reliability and climate: भारतीय बाजार में एसयूवी में सनरूफ की महत्वपूर्णता सीमित है। टोयोटा ने भारतीय ग्राहकों के लिए इंफोटेनमेंट सिस्टम और कम्पार्टमेंट एडिशन जैसे दूसरे फ़ीचर पर ध्यान केंद्रित किया है। यदि टोयोटा को पता चलता है कि ज़्यादातर ग्राहक सनरूफ चाहते हैं, तो वे भविष्य में इसे शामिल करने पर विचार कर सकते हैं।
टोयोटा की कारें: सादगी और सुरक्षा
टोयोटा की कारें सादगी और विश्वसनीयता के लिए जानी जाती हैं। सनरूफ में रबर सील होती है, जिन्हें समय-समय पर रखरखाव की आवश्यकता होती है। यदि इन सील का ठीक से रखरखाव न किया जाए, तो पानी कार में प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा, सनरूफ से सुरक्षा संबंधी चिंता भी हो सकती है, जैसे कि बाहर झुके हुए बच्चे।
सनरूफ नहीं लगाने की असली वजह
टोयोटा का मानना है कि भारतीय जलवायु के कारण सनरूफ अप्रभावी हो सकता है। भारत में उच्च तापमान (40 डिग्री सेल्सियस तक) और एसी सिस्टम पर बढ़ता लोड सनरूफ के उपयोग को प्रभावित कर सकता है। इसके अतिरिक्त, कुछ टोयोटा कारों में छत पर लगे एसी यूनिट्स होते हैं, जो सनरूफ के साथ संगतता की समस्या उत्पन्न कर सकते हैं।
टोयोटा की कारों में सनरूफ की कमी
टोयोटा की कारों में सनरूफ का अभाव है, हालांकि हाल के दिनों में कंपनियां केबिन अनुभव को बेहतर बनाने की कोशिश कर रही हैं। 10 लाख रुपये से ज़्यादा कीमत वाली कारों में सनरूफ आम है, लेकिन टोयोटा के 60 लाख रुपये के फॉर्च्यूनर में भी सनरूफ नहीं दिया गया है।
टोयोटा की कारों में सनरूफ की कमी सादगी, सुरक्षा और भारतीय जलवायु की वजह से है। यदि भविष्य में ग्राहक सनरूफ की मांग बढ़ती है, तो टोयोटा इस पर विचार कर सकती है।