Reviving cinemas boosts investment jobs entertainment and culture: बिहार सरकार ने राज्य में बंद पड़े सिनेमाघरों को पुनः चालू करने और मनोरंजन उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए एक विशेष योजना की घोषणा की है। इस कदम का उद्देश्य न केवल राज्य में निवेश को बढ़ावा देना है, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित करना है। यह योजना बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 के तहत बनाई जा रही है।
निवेश में वृद्धि
इस योजना के तहत बंद या कम क्षमता वाले सिनेमाघरों को पुनः संचालित करने के लिए निवेशकों को आकर्षित किया जाएगा। सरकार व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स और छोटे, आधुनिक सिनेमा घरों के निर्माण के लिए प्रोत्साहन प्रदान करेगी। इस प्रकार, राज्य में आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और निवेश के नए अवसर सामने आएंगे।
रोजगार सृजन
इस योजना से न केवल सिनेमाघरों का पुनर्निर्माण होगा, बल्कि इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। निर्माण, तकनीकी उन्नयन, और सिनेमाघरों के संचालन के लिए विभिन्न प्रकार की नौकरियों की आवश्यकता होगी, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा और उनकी आजीविका में सुधार होगा।
मनोरंजन के साधनों का विकास
राज्य में सिंगल स्क्रीन वाले पुराने सिनेमाघर या तो बंद हो गए हैं या उनकी स्थिति अच्छी नहीं है। सरकार की इस पहल से उन सिनेमाघरों को आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा, जिससे राज्य के लोगों को बेहतर मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। इससे लोगों को स्थानीय स्तर पर उच्च गुणवत्ता वाले मनोरंजन का अनुभव मिलेगा।
व्यावसायिक गतिविधियों में वृद्धि
सिनेमाघरों के साथ-साथ व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स के निर्माण से स्थानीय व्यापार और व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और व्यापारिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी।
स्थानीय संस्कृति और फिल्म उद्योग को बढ़ावा
इस योजना का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि इससे स्थानीय फिल्म निर्माताओं को भी बढ़ावा मिलेगा। बिहार फिल्म प्रोत्साहन नीति 2024 के तहत, राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और फिल्म उद्योग को विकसित करने में मदद मिलेगी, जिससे बिहार का सांस्कृतिक और आर्थिक विकास सुनिश्चित होगा।