Flooding in Bhagalpur after Ganga embankment collapse: बिहार के भागलपुर जिले में गंगा नदी का तटबंध टूटने से कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि तटबंध टूटने से अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, और प्रभावित इलाकों के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। तटबंध की मरम्मत के लिए आवश्यक सामान मंगाया जा चुका है।
गंगा का जलस्तर अभी भी खतरे के निशान से ऊपर
गंगा नदी का जलस्तर पटना और भागलपुर में अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। पटना के गांधी घाट में 18 सेंटीमीटर और भागलपुर के कहलगांव में 67 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। अगले 24 घंटे में जलस्तर में कमी आने की संभावना है, लेकिन स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
ग्रामीणों के लिए तटबंध ही सुरक्षित स्थान
तटबंध टूटने से प्रभावित ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की तलाश में हैं, लेकिन बड़ी संख्या में ग्रामीण तटबंध पर ही आसरा लिए हुए हैं। जिला प्रशासन ग्रामीणों से तटबंध को खाली करने का अनुरोध कर रहा है ताकि उसकी मरम्मत की जा सके। हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि तटबंध ही उनका सबसे सुरक्षित आसरा है।
तटबंध की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्था
भागलपुर के गोपालपुर प्रखंड में 8.15 किलोमीटर लंबा इस्माइलपुर बिंद टोली तटबंध 14 स्परों से सुरक्षित था, लेकिन गंगा के लगातार बढ़ते जलस्तर के दबाव के कारण तटबंध का लगभग 60 मीटर हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। जिला प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया है और प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।