Early rising boosts health focus and mental well-being: सुबह जल्दी उठना एक प्राचीन और महत्वपूर्ण आदत मानी जाती है, जो न केवल आपके शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करती है, बल्कि मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव डालती है। भारत के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद जी महाराज ने इस आदत को जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए कई सलाहें दी हैं। उनके अनुसार, सुबह जल्दी उठने से व्यक्ति का मस्तिष्क, शरीर, और आत्मा तीनों संतुलित रहते हैं, और जीवन में अनुशासन और इच्छा शक्ति का विकास होता है। इस आदत से संबंधित उनके विचारों में स्वास्थ्य, योग, मेडिटेशन, और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी जैसी महत्वपूर्ण बातें शामिल हैं, जो आधुनिक जीवनशैली में संतुलन बनाए रखने में सहायक हैं। सुबह जल्दी उठने के फायदे और इसे कैसे आदत में लाया जाए,
इस पर प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार कई महत्वपूर्ण बातें हैं:
1. मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य: सुबह जल्दी उठने से दिमाग की शक्ति बढ़ती है और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। इसके साथ ही, मेटाबॉलिज्म भी तेज होता है, जिससे शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।
2. योग और मेडिटेशन: सुबह जल्दी उठने से योग और मेडिटेशन करने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है, जिससे मन और शरीर दोनों को लाभ होता है।
3. इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी: सोने से 2 घंटे पहले मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से दूरी बनानी चाहिए। इसके बजाय किताब पढ़ने की आदत डालनी चाहिए, जो मानसिक शांति के लिए लाभकारी है।
4. रात को जल्दी सोना: सुबह जल्दी उठने के लिए रात को जल्दी सोना आवश्यक है। नियमित रूप से एक समय पर सोने और जागने की आदत बनानी चाहिए।
5. इच्छाशक्ति और नियम: सुबह जल्दी उठने के लिए सबसे जरूरी है इच्छाशक्ति और नियम। जब आप नियमित रूप से सुबह 4 बजे उठना शुरू करेंगे, तो कुछ ही दिनों में शरीर को इसकी आदत हो जाएगी और अलार्म की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
6. ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 4 से 6 बजे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस समय उठने से शरीर और मन दोनों को लाभ होता है।
प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, सुबह जल्दी उठने की आदत बनाना न केवल मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि यह आपके पूरे दिन को भी सकारात्मक और उत्पादक बनाता है।