Bihar guidelines no physical punishment mandatory teacher training: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने शिक्षकों और छात्रों के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं, जिनका उद्देश्य स्कूलों में बेहतर अनुशासन और शैक्षणिक माहौल को बढ़ावा देना है।
इन गाइडलाइन्स के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
1. शारीरिक दंड पर प्रतिबंध: अब से किसी भी परिस्थिति में शिक्षकों द्वारा छात्रों को शारीरिक दंड नहीं दिया जाएगा। यह कदम छात्रों के मानसिक और भावनात्मक विकास को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
2. समय पर स्कूल पहुंचने की अनिवार्यता: सभी शिक्षक कक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले स्कूल पहुंचेंगे। इसके अलावा, अपनी उपस्थिति दर्ज करने के लिए उन्हें ई-शिक्षा कोष एप का उपयोग करना होगा।
3. प्रति माह उत्कृष्ट प्रदर्शन का सम्मान: शिक्षा विभाग प्रत्येक प्रखंड में एक शिक्षक और एक छात्र-छात्रा का चयन करेगा, जो उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे और उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
4. शिक्षकों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण: सभी शिक्षकों को छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण पूरा करना अनिवार्य होगा। अगर कोई शिक्षक प्रशिक्षण में शामिल नहीं होता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
5. कक्षा और छात्र प्रबंधन: शिक्षकों को कक्षा में अनुशासन बनाए रखने के लिए मॉनीटर की मदद से अनुपस्थित विद्यार्थियों की संख्या लिखवानी होगी। इसके अलावा, छात्रों की डायरी को नियमित रूप से देखना अनिवार्य होगा, और ऐसे छात्रों की पहचान करनी होगी जो आत्मविश्वास के साथ बातचीत नहीं कर पाते हैं।
इस नई गाइडलाइन का मुख्य उद्देश्य, डॉ. एस सिद्धार्थ के नेतृत्व में, शिक्षकों और छात्रों के बीच स्वस्थ और सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देना है, जिससे शिक्षा का स्तर और बेहतर हो सके।