Solid-state batteries offer safety efficiency and longer range: परंपरागत लिक्विड-इलेक्ट्रोलाइट लिथियम बैटरियों को बड़े आकार की चीजों, जैसे कि कारों, के लिए काफी बड़ा होना पड़ता है। इनमें सुरक्षा संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं, जैसे कि तापमान में बदलाव के कारण बैटरी का फूलना या दबाव पड़ने पर लीक होने का खतरा। इसके अलावा, इन बैटरियों के लिक्विड घटक ज्वलनशील होते हैं, जिससे आपात स्थिति में आग लगने का खतरा होता है।
सॉलिड-स्टेट बैटरी के लाभ
सॉलिड-स्टेट बैटरी में ये समस्याएं लगभग न के बराबर होती हैं। इन बैटरियों में तरल घटक की जगह ठोस इलेक्ट्रोलाइट्स का उपयोग किया जाता है, जो सुरक्षा और प्रदर्शन को बेहतर बनाता है। सॉलिड-स्टेट बैटरियों का ऊर्जा घनत्व अधिक होता है, जिससे वे समान मात्रा में अधिक ऊर्जा संग्रहीत कर सकती हैं। इससे इलेक्ट्रिक वाहनों की ड्राइविंग रेंज बढ़ जाती है। ये बैटरियां तेजी से चार्ज भी होती हैं, जो फास्ट चार्जिंग की जरूरत को पूरा करती हैं।
सैमसंग की नई सॉलिड-स्टेट बैटरी
सैमसंग ने हाल ही में सियोल में आयोजित SNE बैटरी डे 2024 में अपनी नई सॉलिड-स्टेट बैटरी को पेश किया। दावा किया जा रहा है कि यह बैटरी महज 9 मिनट में पूरी तरह चार्ज हो जाती है और एक बार चार्ज करने पर लगभग 965 किमी की ड्राइविंग रेंज देती है। इसकी लाइफस्पैन करीब 20 साल की है। सैमसंग 2027 तक बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करने की योजना बना रहा है और टोयोटा के साथ साझेदारी कर रहा है।
भविष्य की तकनीक और किफायती विकल्प
सैमसंग के साथ-साथ अन्य कंपनियां भी सस्ते बैटरी विकल्पों पर काम कर रही हैं, जैसे कि LFP और कोबाल्ट-फ्री बैटरियां, जो कम लागत में उपलब्ध होंगी। ये तकनीकें इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेंगी और भविष्य में इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।