Panchmukhi Rudraksha brings spiritual peace health and protection: Panchmukhi Rudraksha को धारण करना धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने का साधन माना जाता है। इसके कई लाभ और धारण करने के तरीके हैं:
पंचमुखी रुद्राक्ष के लाभ:
1. आध्यात्मिक शक्ति: पंचमुखी रुद्राक्ष का धारण करने से ध्यान और आध्यात्मिक प्रगति में सहायता मिलती है। यह मन को शांत और केंद्रित रखने में मदद करता है।
2. स्वास्थ्य लाभ: इसे धारण करने से रक्तचाप नियंत्रण में रहता है और हृदय रोगों से बचाव होता है।
3. मानसिक शांति: यह तनाव और चिंता को कम करने में सहायक है। नियमित धारण से मानसिक स्थिरता और संतुलन बना रहता है।
4. सुरक्षा: इसे धारण करने वाले को बुरी शक्तियों से सुरक्षा मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
कैसे धारण किया जाता है पंचमुखी रुद्राक्ष:
1. शुद्धिकरण: रुद्राक्ष को पहनने से पहले उसे गंगाजल से धोना चाहिए और किसी पूजा स्थान में रखा जाना चाहिए।
2. मंत्रोच्चार: धारण करने से पहले ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करते हुए इसे धारण करें।
3. समय: इसे सोमवार के दिन सूर्योदय के समय धारण करना सबसे शुभ माना जाता है।
4. स्थान: इसे गले में पहनना सबसे उचित होता है, लेकिन आप इसे ब्रेसलेट के रूप में हाथ में भी पहन सकते हैं।
श्रावण मास में रुद्राक्ष को छूने की मान्यता:
श्रावण मास के दौरान, विशेषकर शिवरात्रि के दिन, रुद्राक्ष को छूने का विशेष महत्व है। लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर आप पवित्रता का पालन नहीं करते हैं तो इस वक्त रुद्राक्ष को छूना या धारण करना अपवित्र माना जाता है। इसलिए इस मास में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।