8 ways to Beat Overthinking: आजकल लोगों में ओवरथिंकिंग की समस्या काफी बढ़ गई है। लोग परिवार की समस्याओं, नौकरी और अन्य समस्याओं के कारण अधिक सोचना शुरू कर देते हैं। जिससे परेशानी ठीक होने के बजाय और विकराल हो जाती है। आईये आज हम जानते हैं कि कैसे आप ओवर थिंकिंग की समस्या को खत्म कर सकते हैं।
इन आठ तरीकों से आप ओवरथिंकिंग की समस्या को खत्म कर सकते हैं:-
1.कोई भी समस्या सच में बड़ी नहीं होती
अधिकांश लोग किसी भी प्रॉब्लम के बारे में सोच-सोच कर उसे काफी बड़ा कर देते हैं। जबकि असल में वह समस्या केवल 1 % होती है लेकिन 99% केवल आपकी सोच में होती है। इसलिए किसी भी समस्या के बारे में अधिक न सोचकर उसके समाधान पर विचार करें।
2.सेल्फ रिजेक्शन को अवॉइड करें
अधिकांश लोग काम शुरू करने के पहले ही हार मान लेते हैं और किसी काम को शुरू ही नहीं करते। कभी अपने आपको किसी से कम मत समझिये। भले सफलता मिले ना मिले लेकिन कोशिश करना ना छोड़े। कोशिश करने से पहले ही बहुत ज्यादा ना सोचे।
3.समस्या को सुलझाने के लिए समय दें और शांत रहें
अक्सर कोई समस्या ज्यादा सोचने से नहीं बल्कि चुप रहने से और समय के साथ खुद ही ठीक हो जाती है। अगर आपकी जिंदगी में कोई समस्या आती है, तो उसके समाधान पर विचार करें। अगर समाधान नहीं मिल रहा है तो कोशिश करना छोड़ दें और बिल्कुल चुप हो जाए। समय के साथ वह खुद ही ठीक हो जाएगी।
4.खुद से करें एक सवाल
जब भी आपको ऐसा लगे कि आपने कोई बड़ी गलती कर दी है। तो अपने आप से एक सवाल करें क्या आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे आपकी गलती ठीक हो जाए और भविष्य में इसका अच्छा फल मिले। अगर जवाब ‘हां’ में मिलता है तो तुरंत वह कम करें। अगर जवाब ‘नहीं’ में मिलता है तो चुपचाप शांत हो जाए और जैसा चल रहा है से चलने दे।
5.वर्तमान में जीना सीखें
आप चाहे कितना भी सोच ले अपने बीते हुए कल को बदल नहीं सकते और कितना भी दिमाग लगा ले आपका भविष्य आपके हाथ में नहीं है। इसलिए वर्तमान में मिल रही संभावनाओं को तलाशें और पहले क्या हुआ उसे भूल जाए। आगे क्या होगा उसके बारे में ध्यान न देकर अभी जो पास में है उसमें खुश रहें।
6.खुद की सोच को पहले चेक करें
कभी-कभी आप अपने दिमाग में कुछ ऐसी ऐसी बातें सोच लेते हैं। जिससे आपको डर भी लगता है और भविष्य की चिंता भी बनने लगती है। इसलिए हमेशा चेक करें कि आप जो सोच रहे हैं, क्या वह सच में सही है भी कि नहीं या केवल आप अपने मन में ही उस बात को सोच-सोच कर परेशान हो रहे हैं।
7.एक्सेप्ट करना सीखें
हर एक इंसान के जीवन में ऐसा होता है जब वह कुछ बुरे वक्त से गुजरता है। ऐसे में बार-बार यह सोचना कि मेरे साथ ही ऐसा क्यों हुआ। मैं ही क्यों इतना परेशां क्यों रहता हूं। इससे कोई फायदा नहीं होना है। बल्कि आपको जो भी मिला है या आपके साथ जो भी हुआ है उसे एक्सेप्ट करें और आगे बढ़े।
8.दिमाग से रहे स्वस्थ
आपने अक्सर ऐसा देखा होगा कि कई लोग व्यायाम भी करते हैं, अच्छा खाना भी खाते हैं। फिर भी हेल्दी नहीं रह पाते। इसका कारण यह है कि वह फिजिकल एक्सरसाइज तो करते हैं, परंतु दिमाग में हमेशा यह सोचते रहते हैं कि वह हेल्दी नहीं है। इसलिए हमेशा दिमाग में यह रखें कि आप बिल्कुल स्वस्थ है और एनर्जेटिक है। इसका प्रभाव आपके पूरे शरीर पर पड़ेगा।